पटना ब्‍यूरो। होली मनाने के बाद लोग काम के लिए दूसरे प्रदेशों को लौटने लगे हैं। ऐसे में ट्रेनों में भारी भीड़ हो रही है। सीढ़ी हो या शौचालय, सभी जगह भीड़ ही भीड़ है। लोग किसी तरह अपनी मंजिल तक पहुंचना चाहते हैं। फर्श पर बैठे लोगों के बीच से अपनी सीट पर पहुंचना भी मुश्किल है। हालत यह है कि कोई सुनने को तैयार नहीं। हर व्यक्ति की कोशिश है कि किसी तरह ट्रेन में सवार हो जाएं।
राजधानी के पटना जंक्शन पर शुक्रवार को भागलपुर से आनंद विहार जाने वाली ट्रेन जैसे ही रुकी चढऩे के लिए यात्रियों की होड़ लग गई। ट्रेन पहले से ही भरी हुई थी, इसके बावजूद लोग उसमें सवार होने के लिए परेशान थे। आनंद विहार जाने के लिए तैयार मुकेश कुमार का कहना था कि कोई उपाय नहीं दिखाई दे रहा है, लेकिन जाना तो है। ऐसे में किसी तरह जाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, मीठापुर के रहने वाले वीरेन्द्र कुमार को भी दिल्ली जाना है। वे भी ट्रेन में सवार होने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। वीरेन्द्र कहते हैं, तीन वर्षों बाद होली मनाने घर आया था, लेकिन जाने में बड़ी परेशानी हो रही है। मैं तो भीड़ भरी ट्रेन में किसी तरह चढ़ जाऊंगा, लेकिन बच्चे कैसे चढ़ेंगे। सोचकर ही परेशान हैं। यही स्थिति रही शाम को पटना जंक्शन से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों की थी। शाम को तो पटना जंक्शन पर भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी। प्लेटफार्म नंबर एक पर जहां तक नजर जा रही थी लोगों की भारी भीड़ के बीच गुजरने में भी परेशानी हो रही थी।