- दानापुर पीपापुल पर लगातार हो रहे हादसे

- भारी वाहनों से लोगों की जान सांसत में

PATNA : पटना के दियारा इलाके में रहने वाले लोगों की सहूलियत के लिए दानापुर में गंगा पर पीपा पुल बनाया गया है। पीपा पुल इन इलाकों के लिए लाइफलाइन कहा जाता है। पीपा पुल बनने से पहले लोगों को पटना आने के लिए या तो नाव से गंगा पार कर शहर आना पड़ता था या सड़क से करीब 50 किमी लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, लेकिन पीपा पुल के बनने के बाद पटना आने के लिए उन्हें महज 10 से 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है।

बड़ी गाडि़यां बढ़ा रही जोखिम

पीपा पुल को छोटी-छोटी गाडि़यों के लिए बनाया गया है। लेकिन 50-60 किमी की दूरी बचाने के लिए दूसरे की जान जोखिम में डालकर भारी गाड़ी भी इस पीपा पुल से गुजरती है। जिस वजह आए दिन हादसे होते हैं। पीपा पुल पर भारी वाहनों के गुजरने से रोकने के लिए पुलिस भी लापरवाही बरत रही है। भारी वाहनों के गुजरने से पीपा पुल की स्थिति जर्जर होने लगी है। इसके बावजूद भी पुलिस और प्रशासन भारी वाहनों के गुजरने पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं।

हादसों पर भी पुलिस लापरवाह

बीते मंगलवार को दानापुर में पीपा पुल के पानापुर घाट के पास लोहे के छड़ से लदा एक ट्रैक्टर पुल से गुजरने के दौरान अनियंत्रित होकर रेलिंग से जा टकराया। रेलिंग से टकराने के बाद ट्रैक्टर पीपा पुल में फंस गया और उसका डाला गंगा नदी में गिर पड़ा। ट्रैक्टर का ड्राइवर किसी तरह गंगा में कूदकर अपनी जान बचाई। लोगों की मानें तो पीपा पर बड़ी गाडि़यों के आवागमन को लेकर नजर रखने के लिए प्रशासन को सतर्कता रखनी चाहिए, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं दिखता।

अक्सर होता है हादसा

स्थानीय लोगों का कहना है कि पीपा पुल पर पानापुर की ओर जाने के लिए अधिक चढ़ाई होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसके अलावा भारी वाहनों की वजह से पीपा पुल की हालत खराब हो रही है। इसके बावजूद प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।

3 महीने में 3 घटना

पीपा पुल के पास पिछले तीन महीने के दौरान तीन घटनाएं हुई हैं। इससे पहले भी 12 और 16 मार्च को ईंट लदा ट्रैक्टर पानापुर घाट पर पलट गया था। उसके बाद बीते 23 अप्रैल को एक वाहन के गंगा नदी में गिरने से एक ही परिवार के 9 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी।

इस कारण हो रहे हादसे

दानापुर के पीपा पुल की हालत काफी जर्जर है। यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि दानापुर पीपा पुल के दोनों साइड में काफी तेज ढलान होने के कारण यहां वाहनों के फिसलने का डर हमेशा बना रहता है। यह पुल स्टील प्लेट से बना है, जिससे हादसा होने का खतरा बना रहता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर लाखों खर्च होने के बाद भी दानापुर की साइड में पुल का अप्रोच रोड भी सही तरीके से नहीं बन पाया।

भारी वाहनों से हालत खराब

पीपा पुल पर क्षमता से अधिक भार वाले वाहन गुजरते हैं। पुल निगम के अधिकारियों के अनुसार, दानापुर में पीपा पुल की क्षमता 5 टन भार सहने की है। इसलिए इससे कम वजन के वाहनों को पीपा पुल से जाने की अनुमति है। लेकिन इस इलाके के वाहन मालिक मनमानी कर रहे हैं। 5 टन से ज्यादा भार वाले वाहन भी पीपा पुल से गुजर रहे हैं। इस कारण पुल क्षतिग्रस्त हो रहा है। जिससे हादसे की संभावनाएं रहती हैं। कई भारी वाहनों को रोकने की कोशिश की गई। इसके बावजूद वाहन मालिक मान नहीं रहे हैं।

29 साल बाद भी नहीं बना एप्रोच रोड

स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्ष 1992 में पीपा पुल बना तो लोगों में खुशी हुई कि लंबी दूरी अब तय नहीं करनी पड़ेगी। लेकिन 29 साल बाद भी पीपा पुल का एप्रोच रोड नहीं बन सका। उन्होंने बताया कि कई बार एप्रोच रोड को पक्का करने की आवाज उठाई गई ताकि हादसों को रोका जा सके। लेकिन हर बार उनकी मांग को दबा दी गई।

5 महीने ही काम आता है पुल

दानापुर के पास बने पीपा पुल पर सालभर में केवल 5 महीने ही आने-जाने के काम में आता है। बरसात शुरू होने से पहले जून महीने में इसे खोल दिया जाता है। इसके बाद बाकी के दिनों में गंगा पार जाने के लिए नाव का ही सहारा रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पक्का पुल नहीं होने से दियारा स्थित 6 पंचायतों के लोग शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।

इस साल हुए हादसे

- 23 अप्रैल : दानापुर में एक दर्दनाक हादसे में सवारियों से भरी एक पिकअप वैन पीपी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा में समा गई। जीप में सवार 13 लोग डूब गए। इसमें से 10 लोगों के शव को गोताखोरों ने गंगा नदी से निकाला था। जबकि तीन लोग किसी तरह जान बचाने में सफल रहे थे।

- 12 मार्च : पीपा पुल पर ट्रैक्टर पलटने से ड्राइवर गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। सुबह एक ट्रैक्टर दियारा से ईंट उतार कर आ रहा था तभी पुल की टूटी रेलिंग के पास अनियंत्रित होकर नदी में पलट गया। लोडेड ट्रक और ट्रैक्टर पार करने से पीपा पुल क्षतिग्रस्त हो गया था।

- 16 मार्च : दानापुर के पानापुर घाट पीपा पुल पर लोहे की चादर से लदा ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पीपा पुल पर ड्राइवर ने संतुलन खो दिया, जिस कारण ट्राली गंगा में जा गिरी। जबकि ट्रैक्टर पीपा पुल में फंस गया। इस हादसे में ड्राइवर बाल-बाल बच गया।

यहां भी खतरनाक है पीपा पुल

पटना से सटे पहलेजा घाट पीपा पुल भी अधिकारियों की लापरवाही से जर्जर हो गया है। बीते 12 मई को जर्जर और कमजोर पीपा पुल से गुजर रहा एक ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया था। परिणामस्वरूप डाला पीपा पुल से नीचे गंगा नदी में गिर गया था। देखरेख के अभाव में पीपापुल के प्लेट के बोल्ट कई जगह ढीले हो गए हैं। यह पुल एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों के लिए लाइफलाइन है।