- केसरी नगर, राजीव नगर, बोरिंग रोड सहित कई स्थानों पर खुले हुए हैं मैन होल

- कई बार हो चुके हैं हादसे, बावजूद इसके लिए नहीं जाता कोई सबक

PATNA : राजधानी पटना में खुले मैन होल मौत को दावत दे रहे हैं। कई बार लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। बार-बार शिकायत किए जाने के बाद भी नगर निगम की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है। बोरिंग रोड से लेकर केसरी नगर, शिवपुरी और राजीव नगर आदि क्षेत्रों में मैनहोल खुले पड़े हैं, लेकिन शिकायत के बावजूद भी नगर निगम ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है।

कई बार फंसी गाडि़या

बाबा चौक केसरी नगर वार्ड नंबर सात में आस पास ही दो मैनहोल खुले हुए हैं, जिनमें कई बार फोन व्हील गाड़ी फंस चुकी है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि इन मैनहोल को खुले हुए तीन माह से अधिक हो गए हैं। बावजूद इसके उन्हें बंद नहीं किया गया है। क्षेत्रीय निवासी रविशंकर सिंह ने बताया कि दिन में ही एक बैगन आर कार फंस गई थी, जिसे बड़ी मशक्कत क बाद ही निकाला जा सका। ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हो चुका है। बच्चों के गिरने का डर रहता है। उनका कहना है कि कोई गिर गया तो उसका बचना मुश्किल है। नगर निगम की यह घोर लापरवाही कभी भी घातक हो सकती है।

बोरिंग रोड पर खुला है मैन होल

पाटलिपुत्रा गोलंबर के पास बोरिंग रोड पर मैन हाल खुला हुआ है। यहां से हर वक्त लोगों का गुजरना होता है। कभी भी हादसा हो सकता है। लेकिन नगर निगम की यह लापरवाही कभी भी घातक साबित हो सकती है।

बारिश के दिनों में जान लेवा

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि बारिश के दिनों में जलभराव के कारण रोड दिखाई नहीं देता है। एक एक फीट पानी भर जाता है, ऐसे में टू-व्हीलर और पैदल चलने वाला कभी भी इनका शिकार हो सकते हैं। अगर इन्हें अभी बंद नहीं किया गया तो निश्चित तौर पर ही ये खुले मैन होल जानलेवा साबित हो सकते हैं।

क्या कहते हैं क्षेत्रीय लोग

तीन माह से अधिक का समय हो गया है। कई बार नगर निगम कर्मियों से शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। वहीं पार्षद भी इस समस्या की ओर ध्यान नहीं देते हैं।

अजय ठाकुर, केसरी नगर

लोगों की समस्याओं को लेकर नगर निगम बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। मैन होल खुले हुए हैं। जिनके संबंध में शिकायत दर्ज कराई जाती है, तो कोई एक्शन नहीं होता है। खुले मैन हॉल जान लेवा साबित हो सकते हैं।

अवधेश शर्मा, बोरिंग रोड

मैनहोल के ढक्कन इतने कमजोर होते हैं कि वे गाडि़यों से टूट जाते हैं। पहले भी ढक्कन टूट गए थे, इसके बाद दूसरे लगाए गए थे। फिर से करीब तीन माह पहले ढक्कन टूट गए हैं, जिन्हें दोबारा नहीं लगाया गया है। शिकायत करने का कोई असर नहीं होता है।

रविशंकर कुमार, केशरी नगर

मैनहोल का खुले रहना निश्चित तौर पर घातक और खतरनाक है। मैन होल खुले होने की मुझे जानकारी है। ठेकेदार को बनाने के लिए कहा गया है। जल्द ही लगा दिए जाएंगे।

जयप्रकाश साहनी, पार्षद, वार्ड सात