शारदीय नवरात्र को लेकर विभिन्न पूजा पंडालों की ओर से पंडालों का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है। 15 अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र आरंभ हो जाएगा। 23 अक्टूबर को महानवमी व 24 अक्टूबर को विजयादशमी है। इस बार पूजा पंडालों में देश विदेश की ऐतिहासिक मंदिरों, इमारतों का दर्शन करने का अवसर मिलेगा।

पटना में 150 से अधिक छोटे-बड़े पंडालों का निर्माण होगा। नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति की ओर से डाकबंगला चौराहे पर इस पर 92 फीट ऊंचे पंडाल का निर्माण कोलकाता के भुइयां डेकोरेटर के जरिए हो रहा है। पंडाल में इस बार लोगों को दक्षिण भारत के प्रमुख देवी मंदिर की झलक लोगों को दिखेगी। पूजा समिति के कोषाध्यक्ष अमित कुमार बरुआ ने बताया कि डाकबंगला चौराहे पर पूजा पंडाल व मां दुर्गा की प्रतिमा 1964 से प्रतिष्ठापित की जा रही है। पंडाल की लंबाई 92 व चौड़ाई 95 फीट होगी। पंडाल निर्माण में दो दर्जन से अधिक कारीगर दिनरात काम में जुटे हैं। पंडाल पेंङ्क्षटग का कार्य कोलकाता में चल रहा है।

तारामंडल से डाकबंगला तक बेहतर लाइङ्क्षटग
दुर्गापूजा को लेकर तारामंडल से लेकर डाकबंगला चौराहे तक बेहतर लाइङ्क्षटग होगी। वहीं, इसके साथ कई आकर्षक तोरण द्वार बनाए जाएंगे। लाइङ्क्षटग के जरिए देश-विदेश के प्रमुख मंदिरों की झांकी दिखाई जाएगी। वहीं, पंडाल को इस बार फाइबर के जरिए सजाया जाएगा। इस पर मंदिर के वास्तुशिल्प को ध्यान रखते हुए विभिन्न रंगों से सजाया जाएगा। सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर तीसरी आंख के जरिए निगरानी रखी जाएगी। 15 सितंबर को कलश स्थापना के साथ पूजन आरंभ हो जाएगा। वहीं, प्रतिदिन शाम छह बजे से आठ बजे तक संध्या पूजन, आरती व प्रसाद का वितरण होगा। 21 अक्टूबर को मां दुर्गा की प्रतिमा का पट खुलने के साथ भक्त दर्शन करेंगे।