- पेशेंट से छेड़खानी के मामले में पकड़े गए थे डा। अमर कान्त झा अमर

- पुलिस ने थाने से दिया बेल, कोर्ट से दोषी पाए जाने पर होगी अरेस्टिंग

PATNA: छेड़खानी मामले में कौन सच बोल रहा है, लड़की या डॉक्टर? केबिन के अंदर आखिर हुआ क्या था? कौन सही और कौन गलत? इस तरह के कई सवाल हैं, जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है। पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल व प्रसिद्ध स्किन स्पेशलिस्ट डा। अमरकान्त झा अमर साहेबगंज से आयी पेशेंट शबाना (बदल हुआ नाम) से छेड़खानी करने के मामले में बुरे फंस गए हैं। मंगलवार की रात मामले के सामने आते ही पटना पुलिस ने मखनियां कुआं स्थित उनके प्राइवेट क्लीनिक से उन्हें कब्जे में लिया। पहले पीरबहोर फिर गांधी मैदान थाने में डा। झा को रखा गया। पुलिस ने उनसे लंबी पूछताछ की। हालांकि पूछताछ के दौरान छेड़खानी किए जाने की बात से उन्होंने इनकार किया।

थाने से मिली बेल

बुधवार को पुलिस ने डा। अमरकान्त झा अमर को थाने से बेल दे दिया है। शबाना की कंप्लेन पर पीरबहोर थाने की पुलिस ने धारा फ्भ्ब् ए के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने डॉक्टर को सीआरपीसी ब्क् अमेंडमेंट ख्0क्फ् के तहत थाने से नोटिस के साथ बेल दिया है। फिलहाल छेड़खानी का मामला कोर्ट में चलेगा।

दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई

डॉक्टर साहब को थाने से बेल तो मिल गई, पर उन्हें तुरंत में राहत नहीं मिलने वाली है। इस मामले में पुलिस की इंवेस्टिगेशन अभी जारी रहेगी। पुलिस ने लड़की का बयान दर्ज कर लिया है। अब कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया जाएगा। साथ ही कई और लोगों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। इस बारे में एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि इंवेस्टिगेशन में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

दवाब में काम नहीं करेगी पुलिस

हाई प्रोफाइल इस मामले का इंवेस्टिगेशन पुलिस निष्पक्ष रूप से करेगी। एसएसपी ने कहा है कि पुलिस टीम किसी दवाब में आकर काम नहीं करेगी। जहां तक डॉक्टर की छवि की बात है, तो पुलिस ने उनकी छवि को धूमिल नहीं किया है। एक लड़की की कंप्लेन पर पुलिस ने कार्रवाई की है। क्लीनिक के बाहर का माहौल डॉक्टर के खिलाफ था। सही टाइम पर पुलिस ने उन्हें अपने कब्जे में लिया।