PATNA (12 Dec) : डोसा खाने के शौकिन लोग थोड़ा सावधान हो जाएं! रेस्टोरेंट में टेबल पर परोसे गए डोसा और उसके साथ के सांभर और नारियल की चटनी की अच्छे से जांच कर लें कि कहीं उसमें कॉकरोच तो नहीं। क्यों ये घटना पहले भी हो चुकी है।

जी हां, ये सच्चाई है। डोसा खाने के लिए राजधानी के नामी रेस्टोरेंट में बैठे आईआरसीटीसी के कैटरिंग सुपरवाइजर को नारियल की चटनी में कॉकरोच मिला। ये वाक्या शनिवार दोपहर बाद का है। दरअसल, बिस्कोमान भवन में इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी )का ऑफिस है। जिसमें मनीष कुमार कैटरिंग सुपरवाइजर हैं। इन्हें और इनके दो साथियों रोहित और सुब्रत कुमार को साउथ इंडियन फूड खाने का मन किया। ऑफिस से निकलकर तीनों बिस्कोमान भवन के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित डोसा प्लाजा पहुंचे। मनीष ने दो मैसूर बटर मसाला डोसा और इडली ऑर्डर किया था।

खाना शुरू करने से पहले ही दिखा

ऑर्डर करने के कुछ देर बाद ही उनके टेबल पर डोसा और इडली आया। सभी खाना शुरू करने वाले ही थे कि मनीष की नजर नारियल की चटनी पर पड़ी। शक होने पर स्पून से उसे हिलाया तो वो कॉकरोच निकला। जिसे देख सभी दंग रह गए।

नूडल्स में भी मिले थे कॉकरोच

डोसा प्लाजा में ही एक बार पहले भी नूडल्स में कॉकरोच निकले थे। ये हादसा भी मनीष के साथ ही हुआ था। मनीष की मानें तो करीब डेढ़ महीने पहले वो नूडल्स खाने आए थे। जिसमें उन्हें कॉकरोच मिला था। उस दौरान बात रेस्टोरेंट के मैनजमेंट तक ही रह गई थी। लेकिन इस बार बात आगे बढ़ गई।

एक ही आदमी ने किया कंप्लेन

इस मामले में रेस्टोरेंट के मैनेजर अजय कुमार सिंह से बात की गई। उनका दावा है कि रेगुलर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव रेस्टोरेंट में किया जाता है। खाने में कॉकरोच मिलने का सवाल ही नहीं है। जहां तक मनीष कुमार के कंप्लेन की बात है तो इससे पहले भी वो कंप्लेन कर चुके है। एक प्लान के तहत वो रेस्टोरेंट के नाम को बदनाम कर रहे हैं।