PATNA : किशनगंज डीएम की मंगेतर और रिटायर्ड आईजी की बेटी डॉ। स्निग्धा की आत्महत्या के एक सप्ताह बाद डॉक्टरों के पैनल ने पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों ने इस हादसे को एक्सिडेंट बताया है.यानी कि वो खुद बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से कूदी थी। हालांकि पुलिस भी आत्महत्या को ही आधार मानकर जांच कर रही थी लेकिन पीएम रिपोर्ट पुलिस के लिए अहम थी। इसी के माध्यम से पुलिस ये पता करती कि किसी ने फेंका तो नहीं है या उसके बॉडी में कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं है। इन बिंदुओं की जांच के लिए पुलिस पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी। पीएम रिपोर्ट के इंतजार मे उनकी जांच अटकी थी।

एफएसएल ने भी आत्महत्या ही माना था इस मामले में शुरूआत से ही आत्महत्या ही माना जा रहा था। घटना के बाद एफएसएल की टीम ने डॉ। के वजन के बराबर एक पुतला 14वें मंजिल से फेंका था। इसके बाद सीन ऑफ क्राइम देखकर एफएसएल टीम ने भी आत्महत्या ही बताया था।

पहेली बनी उदय गिरी अपार्टमेंट

डॉ। स्निग्धा की आत्महत्या के बाद सबसे बड़ा जो सवाल लोगों के जेहन में आ रहा था वो यही कि डॉ। स्निग्धा आत्महत्या के लिए उदयगिरी अपार्टमेंट में ही क्यो गई। उसी बिल्डिंग को उसने क्यों चुना और घटना से दो दिन पहले भी वहीं पर क्यों गई थी। इस सवाल का जवाब पुलिस भी अब तक नहीं खंगाल पाई है।

मनोचिकित्सक से भी पुलिस लेगी राय

डॉ। स्निग्धा की मौत के बाद उसके मोबाइल से जो सैड कविताएं मिली हैं वो किस परिस्थिति में और क्यों लिखी थी। इसके साथ ही दो महीने पहले उसकी जिंदगी में आखिर ऐसा क्या भुचाल आया कि वो आत्महत्या जैसा कदम उठा ली। इस मामले में पुलिस मनोचिकित्सक से भी चर्चा करेगी।