W.CHAMPARAN/PATNA: यूं तो जिंदगी सभी को प्यारी होती है लेकिन बहुत कम लोग ही ऐसे होते हैं जो अपनी जान की चिंता किए बिना दूसरे की जान बचाते हैं। गुरुवार को पूर्वी चंपारण जिले के चकिया प्रखंड के घनश्याम पकड़ी गांव में यह घटना देखने को मिली। बूढ़ी गंडक में नाव पलटने से उसमें सवार सभी चार लोग पानी में डूबने लगे। इस बीच बलराम ने अपनी जान देकर फ् जिंदगियां बचा ली। जबकि बलराम खुद डूब गया। शुक्रवार की सुबह चकिया अंचल प्रशासन की टीम गोताखोर और ग्रामीणों की मदद से बलराम के शव को पानी से बाहर निकाला।

-आखिर में बच्चे को बाहर फेंका

घनश्याम पकड़ी निवासी स्व। बैजू पटेल के पुत्र बलराम पटेल गुरुवार देर शाम नदी पार कर घास लाने गए थे। साथ में नाव पर दो पुत्र अर्जुन और कर्ण तथा पड़ोसी गांव के सुकदेव पासवान सवार थे। घास लेने के बाद बलराम नाव से सभी को नदी पार करा रहा था। इसी बीच नाव पलट गई। बलराम ने बच्चों को किसी तरह नदी से बाहर पहुंचाया और अंत में नदी किनारे पहुंचते-पहुंचते एक बच्चे को बाहर फेंका लेकिन खुद गहरे पानी में डूब गया।

-मिलेगी सरकारी सहायता

ग्रामीणों ने इसकी सूचना अंचल प्रशासन को दी । अंचल निरीक्षक चंद्रभूषण तिवारी के नेतृत्व में टीम ने ग्रामीण और गोताखोरों की मदद से बलराम के शव को बाहर निकाला। सीओ ने बताया कि जांच कर सरकारी सहायता दी जाएगी।