यह कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। इसमें एक पांव खो चुके चंदन का हाथ रूबी ने संभाल लिया है। इन दोनों की इंगेजमेंट 2009 में हुई थी। लेकिन अचानक से चंदन के एक्सीडेंट के बाद सारी खुशी ही खत्म हो गयी। पर, एक बार फिर चंदन के जीवन में रूबी ने खुशियां ही खुशियां ला दी हैं.

मुश्किल दौर में साथ निभाया
एक रोड एक्सीडेंट में चंदन का पांव हमेशा के लिए चला गया। इसकी खबर जैसे ही रूबी को लगी तभी से वो शहर के विभिन्न हॉस्पीटल्स में चंदन के ट्रीटमेंट के दौरान उसके साथ रही, लेकिन जब शनिवार को डॉक्टर ने घर जाने को कहा तो रूबी ने शादी की जिद शुरू कर दी और उसके साथ शादी रचा ली। सोनपुर के सिताबगंज बाजार के निवासी चंदन और अमनौर की रहने वाली रूबी को फिलहाल अपने फ्यूचर की फिक्र है। पर, चंदन ने कहा कि रूबी का साथ है तो लाइफ बेहतर ही चलेगी.

मैं तो नहीं करवाती बेटे की शादी 
चंदन की मां उषा देवी ने कहा कि अगर रूबी के साथ ऐसा हुआ होता तो मैं तो कभी भी चंदन की शादी इससे नहीं करवाती, लेकिन इस लड़की के इस फैसले के आगे कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं। अब तो यही जाने कि किस तरह से जीवन जीना है। इधर नई जोड़ी मोबाइल पर खींची गयी अपनी शादी की तस्वीर को बार-बार देखकर खुश हो रही थी। इस संबंध में डॉ। कैप्टन विजय शंकर सिंह ने बताया कि चंदन को कृत्रिम पांव लगाना होगा। इसकी कीमत ढाई लाख के करीब है। अगर मदद मिल जाए तो खुशियां दुगुनी हो जाएंगी.