-44.7 करोड़ की सर्किल रेट की जमीन 65 लाख में मिली थी

PATNA: रेलवे के दो होटलों को कोचर बंधुओं को लीज पर देने के बदले पटना के बेली रोड स्थित करोड़ों की 3 एकड़ जमीन महज 65 लाख में लेने का आरोप लालू यादव पर है। सितंबर में आयकर विभाग द्वारा राजद अध्यक्ष लालू यादव के परिजनों के नाम बेली रोड पर तीन एकड़ जमीन की जब्ती की कार्रवाई पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने भी मुहर लगा दी है। इससे एक बार फिर सूबे की राजनीति ठंड में भी गरमाने लगी है।

बन रहा था सूबे का बड़ा मॉल

बेली रोड स्थित यह जमीन एक्स सीएम राबड़ी देवी, उनके बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और छोटे पुत्र तेजस्वी यादव के नाम पर है। जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा था। इस जमीन का सर्किल रेट 44.7 करोड़ रुपए है। लेकिन इसे लालू यादव की कंपनी लारा प्रोजेक्ट ने वर्ष 2005-06 में महज 65 लाख रुपए में खरीदी थी। ज्ञात हो कि मॉल की जमीन के बारे में सबसे पहले बीजेपी नेता और बिहार के वर्तमान डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने किया था। तब उन्होंने इस जमीन पर मॉल बनने का काम शुरू होते ही इसकी मिट्टी 90 लाख रुपए में बिहार सरकार के पर्यावरण और वन विभाग को बेचने का आरोप लगाया था। इस मामले में ईडी तेजस्वी और राबड़ी से पूछताछ कर चुकी है।

जुलाई में की थी छापेमारी

सीबीआइ ने 7 जुलाई को लालू यादव और उनसे जुड़े लोगों के पटना और दिल्ली स्थित ठिकानों पर एक साथ रेड कर आइआरसीटीसी के रांची और पुरी स्थित होटलों को लीज पर देने में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। सीबीआइ ने पटना में लालू और राबड़ी के सरकारी आवास समेत दिल्ली में उनकी बेटी और सांसद मीसा भारती के तीन फार्म हाउस पर रेड की थी। साथ ही राजद के राज्यसभा सदस्य प्रेमचंद गुप्ता तथा उनकी पत्नी सरला गुप्ता, रेलवे के होटलों को लीज पर लेने वाले विनय कोचर, विजय कोचर व आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल के ठिकानों पर भी रेड की थी। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार जमीन कोचर बंधुओं ने पहले प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग को दी की थी। बाद में उसे 65 लाख में लारा प्रोजेक्ट को हस्तांतरित किया गया।

सबूत है तो आरोपपत्र दाखिल करने में देरी क्यों?

ईडी की कार्रवाई के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नाराजगी जताई है। कहा जब पूछताछ की ली गई तो कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को चुनौती देते हुए तेजस्वी ने कहा कि अगर पर्याप्त सबूत है तो चार्जशीट दाखिल करें। तेजस्वी शुक्रवार को ईडी द्वारा पटना स्थित मॉल वाली जमीन ज?त करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उनके परिवार के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारों के संकेत पर एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन सबूत तो है नहीं। खुद रेल मंत्रालय में ही कोई शिकायत नहीं है। डिप्टी सीएम सुशील मोदी के पास अगर सुबूत है तो चार्जशीट दाखिल करने में क्यों देर हो रही है।

मॉल की जमीन झांकी, खुलासा होना बाकी

हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने मॉल की जमीन कुर्क करने को जायज बताते हुए कहा कि ईडी की पहली कार्रवाई से साफ हो गया है कि 'लालू एंड कंपनी' ने पद पर रहते हुए न सिर्फ अकूत संपलि बनाई बल्कि नियम-कानून को ठेंगा दिखा भ्रष्टाचार बढ़ाया। उन्होंने कहा कि पद का दुरुपयोग कर लालू यादव ने आईआरसीटीसी का होटल लीज पर देने के एवज में पटना स्थित जमीन को सरला गुप्ता से कौड़ी के भाव में अपनी पत्‍‌नी और पुत्रों के नाम कराया। करीब तीन एकड़ में फैली इस जमीन का सर्किल रेट के हिसाब से मूल्य 44.7 करोड़ है। मॉल की जमीन तो सिर्फ झांकी है, बेनामी संपलियों का अभी खुलासा होना बाकी है।