-जमीन पर दुकानें किराये पर देकर कर रहे हैं हर माह एक लाख रुपए की कमाई

PATNA: एक तरफ जहां पटना नगर निगम शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चला रहा है तो दूसरी ओर कुछ लोग निगम को सीधी चुनौती देते हुए सरकारी जमीन से कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। राजापुर एरिया में कुछ इंक्रोचमेंट की शिकायत पर पटना नगर निगम ने बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन पर रोक भी लगा रखी है। लेकिन इसके बाद भी दबंग निगम की जमीन को खाली नहीं किया है। यह स्थिति वार्ड संख्या 22 के तहत आने वाले राजापुर पुल के पास की है। राजपुर एरिया में गंगा किनारे बनाए गए सेफ्टी वॉल के ऊपर करीब आधे दर्जन दुकानें अनाधिकृत रूप से चलाई जा रही हैं। ये दुकानें इसी एरिया के कुछ दबंग लोगों के द्वारा चलवाया जा रहा है। इन दुकानों से हर माह 1 लाख रुपए से भी अधिक की कमाई हो रही है। पटना नगर निगम के अधिकारियों ने जब जवाब तलब किया तो अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा। बताया जा रहा है कि जो दबंग सरकारी जमीन पर मालिकाना हक जताकर वसूली कर रहे थे, फिलहाल वे दुकान के आसपास नहीं दिख रहे हैं।

नगर निगम ने मांगा हिसाब

राजापुर एरिया में सुरक्षा दीवार से सटे निगम के नाले के पास कुछ लोग वर्षो से कब्जा जमा रखे हैं। यह जमीन सरकारी है। एरिया के कुछ लोगों को जब इसकी आशंका हुई तो उन्होंने पटना नगर निगम में शिकायत कर दी। इसके बाद पटना नगर निगम ने जांच शुरू की। कुछ दिन पहले मौके पर पहुंची अपर कमिश्नर पटना नगर निगम शीला ईरानी ने कब्जेदार से जमीन की कागज मांगी। लेकिन इस जमीन पर दुकानें बनवाकर हर महीने एक लाख से अधिक का किराया वसूल करने वाले रसूखदार द्वारा जमीन के मालिकाना का कोई भी अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया जा सका।

शिकायत मिलने के बाद हमने एरिया में जांच की थी। जमीन का अभिलेख तलब किया गया है। लेकिन कब्जेदार द्वारा अभी तक कोई कागज पेश नहीं की गई है।

-शीला ईरानी , अपर कमिश्नर पटना नगर निगम पटना