PATNA: प्रदेश में शराबबंदी कानून में राहत देने की तैयारी के बीच पुलिस वालों के लिए मुसीबत भरे दिन आ रहे हैं। अब ऐसे पुलिस कर्मियों के लिए आने वाला दिन अच्छा नहीं होगा जो किसी की व्यक्तिगत दुश्मनी में शराबबंदी कानून का इस्तेमाल किए हैं या फिर धन उगाही के लिए किसी को शराब तस्करी में जेल भेज दिया है। ऐसे पुलिस वालों की फाइल अब खुल जाएगी और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी से वैन लगने के साथ विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है।

हर हफ्ते तीन से चार आवेदन

पाटलिपुत्रा थाना के पूर्व इंस्पेक्टर पर हाल ही में आईजी पटना नैय्यर हसनैन खां ने निलंबन की कार्रवाई करते हुए उनकी थानेदारी पर 10 साल के लिए बैन लगा दिया है। इस कार्रवाई के बाद आम लोगों की हिम्मत बढ़ गई। लोग पुलिस के खिलाफ शिकायत नहीं करते थे। वह जानबूझकर उलझना ही नहीं चाहते थे लेकिन इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के बाद अचानक से शिकायतों की संख्या बढ़ गई है। पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो हर सप्ताह तीन से चार आवेदन आ रहे हैं। पुलिस पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं जिसमें जांच कराकर कार्रवाई की मांग की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि एसएसपी और अन्य अधिकारियों के साथ उच्च अफसरों को भी प्रतिदिन पुलिस वालों की शिकायत मिल रही है।