पटना (ब्यूरो)। पटना यूनिवर्सिटी के पटना कॉलेज स्थित बीसीए और गणित विभाग के लैब में मंगलवार की सुबह 6.15 बजे भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर तक लोगों को दिख रही थी। आग लगने की सूचना मिलते ही कॉलेज परिसर व आसपास के इलाकों में अफरातफरी का माहौल बन गया। लोग अपने घरों से निकलकर कॉलेज परिसर में दाखिल हो गए। लोगों ने घटना की जानकारी पीरबहोर थाना और अग्निशमन को दी। आग लगने की जानकारी मिलते ही अग्निशमन की गाडिय़ां तत्काल मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग पर काबू पाने में तकरीबन 2 घंटे का वक्त लग गया। इस अगलगी में कॉलेज के तकरीबन एक करोड़ की संपत्ति जल कर खाक हो गई।

छठ व्रतियों ने दी सूचना

काली घाट व एनआईटी घाट से छठ पर भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर लौट रहे व्रतियों ने बताया कि पटना कॉलेज के पास पहुंचने पर आग से सामान जलने की दुर्गंध और धूंआ इतना तेज था कि लोग दूर से ही देख रहे थे। तत्काल अग्निशमन को सूचना दी गई। छठ पर्व को लेकर अग्निशमन की कई गाडिय़ां एनआईटी घाट, कालीघाट व आसपास के घाटों पर पहले से मौजूद थीं। इस वजह से कुछ मिनटों में ही कॉलेज में अग्निशमन की गाडिय़ां पहुंच गईं।

2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग की लपटें इतनी तेज थीं कि अग्निशमन की चार गाडिय़ां आग को बुझाने में लगी थीं, लेकिन आग नहीं बुझ रही थी। तकरीबन 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान पटना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने में अग्निशमन के कर्मचारियों को हेल्प की।

छठ की वजह से समय पर पहुंची दमकल का गाडिय़ां

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चैती छठ की वजह से अग्निशमन की गाडिय़ां घाट पर मौजूद थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई। छठ पर्व नहीं रहता है तो अग्निशम की गाडिय़ोंं को आने में तकरीबन 30 मिनट का वक्त लगता तब तक आग की लपट कॉलेज के अन्य विभागों तक पहुंच जाती। बीसीए और गणित के अलावा कई विभाग जल कर राख हो सकते थे। अग्निशमन की गाडिय़ां पटना संग्रहालय के पास से आती हैं। अशोक राजपथ पर पुल निर्माण कार्य चल रहा है ऐसे में रोड कभी भी फ्री नही रहता है। पटना संग्रहालय के पास से अग्निशमन की गाडिय़ों को आने में कम से कम 30 मिनट का वक्त लगता है।

24 कम्प्यूटर और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख

आग लगने की सूचना मिलते ही बीसीए डिपार्टमेंट के को-ऑर्डिनेटर व गणित विभाग के हेड प्रो। अविनाश कुमार मौके पर पहुंच गए। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बात करते हुए उन्होंने बताया कि बीसीए और गणित के लैब संयुक्त रूप से संचालित होता है। लैब में सुबह 5.30 बजे कर्मचारी मौजूद थे। आग सुबह 6.15 पर लगी है। घटना की सूचना मिलते ही तुरंत घर से चल दिए 6.50 मिनट पर कॉलेज परिसर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि लैब में 24 कंप्यूटर जिनमें से 18 वर्किंग थे। 2 प्रिंटर, 2 स्मार्ट प्रोजेक्टर, 30 चेयर, जरूरी डॉक्यूमेंट सहित तकरीबन एक करोड़ रुपए की संपत्ति आग की लपट में जल गई।

भगवान ने बचा लिया

पटना कॉलेज के बीसीए लैब में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी बिंदा सिंह आग लगने से कुछ देर पहले ही लैब को साफ-सफाई के लिए खोलने गए थे। बिंदा सिंह ने बताया कि दरवाजा खोलकर वहां से निकलकर बाहर कुर्सी पर बैठ गए कुछ देर के बाद देखा तो पुरा एरिया धुंआ में तब्दील था। ऊपर देखने पर कंप्यूटर लैब धू-धू कर जल रहा था। किसी तरह वहां निकलकर कॉलेज के ग्राउंड में पहुंचा। कुछ देर और वहां रहता तो जान जा सकती थी।

शार्ट-सर्किट से लगी आग

पटना कॉलेज के अधिकारियों की मानें तो आज तक यहां इस तरह से आग नहीं लगी थी। सब कुछ ठीक था। कहीं कोई जलनशील पदार्थ भी नहीं रखा है। ऐसे में आग बिजली का शार्ट-सर्किट होने की वजह से ही लग सकती है। हालांकि पीरबहोर थाना के अधिकारियों ने बताया कि अभी जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आग किस वजह से लगी ।

186 स्टूडेंट्स को परेशानी

कॉलेज के बीसीए और गणित विभाग में सभी सेमेस्टर मिलाकर तकरीबन 186 स्टूडेंट्स लैब का प्रयोग करते थे। आग लगने से सबसे अधिक नुकसान इन स्टूडेंट्स के भविष्य पर पड़ेगा। पटना कॉलेज प्रशासन अगर समय रहते वैकल्पिक व्यवस्था स्टूडेंट्स के लिए करता है तो लैब में प्रायोगिक कार्य से ये वंचित रह जाएंगे।