-केंद्र अधीक्षक और वीक्षकों को जारी किए निर्देश

PATNA: बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन कदाचार में लिप्त 11 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया। इनके अलावा मुंगेर और गया में दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन राज्य के 1418 केंद्रों पर दोनों पालियों में अंग्रेजी विषय में 16 लाख 60 हजार 609 परीक्षार्थी शामिल हुए। पहली बार मैट्रिक परीक्षा में उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर अभ्यर्थियों का नाम, रोल कोड, रोल नंबर और विषय कोड प्रिंटेड रहा। सभी केंद्रों पर दस सेट में प्रश्नपत्र दिए गए थे।

बोर्ड अध्यक्ष ने किया केंद्रों का दौरा

बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना में बनाए गए मॉडल परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। इन केंद्रों को आकर्षक ढंग से बैलून से सजाया गया था। इनके माध्यम से नारी सशक्तीकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। यहां महिला वीक्षक, दंडाधिकारी, पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई थी। शास्त्रीनगर बालिका विद्यालय, बालक विद्यालय, केबी सहाय हाईस्कूल और रामलखन सिंह यादव विद्यालय पुनाईचक को नारी शक्ति केंद्र के रूप में सजाया गया। परीक्षार्थियों से प्रश्नपत्र के बारे में जानकारी ली गई तो फीडबैड मिश्रित था। कुछ परीक्षार्थियों ने प्रश्न के स्तर को सामान्य तो कुछ ने सरल और कठिन बताया।

डीएम ने किया औचक निरीक्षण

डीएम कुमार रवि ने बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2019 के पहले दिन कई परीक्षा का निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने परीक्षा केंद्र की सुचिता और शांति व्यवस्था की गहनता से जांच की। उन्होंने केंद्र अधीक्षक और वीक्षकों को भी आवश्यक मार्गदर्शन जारी किया। वे प्रथम पाली की परीक्षा में आदर्श परीक्षा केन्द्र बांकीपुर बालिका उच्च विद्यालय पटना पहुंचे। जांच में पाया कि बांकीपुर बालिका उच्च विद्यालय परीक्षा केन्द्र पर 482 छात्राओं ने एग्जाम में भाग लिया। और पूरी परीक्षा शांतिपूर्ण और पारदर्शी माहौल में चल रहा था।

मिला 10 मिनट का अतिरिक्त समय

डीएम कुमार रवि ने अपनी जांच में पाया कि नेत्रहीन और दिव्यांग परीक्षार्थियों को 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है। डीएम ने बताया कि इस परीक्षा केंद्र पर सभी दंडाधिकारी, वीक्षक और सुरक्षा कर्मी महिला रखी गई हैं। वीक्षक और केंद्राधिक्षक मुश्तैदी से अपने-अपने ड्यूटी पर लगे हुए थे। डीएम ने निर्देश दिया कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए प्रतिनियुक्त विडियोग्राफरों से परीक्षा केन्द्रों पर विडियोग्राफी का काम गंभीरता से करवाया जाए। डीएम ने निर्देश जारी किया है कि सभी स्टूडेंट्स की भलीभांति जांच के बाद ही परीक्षा रूम में प्रवेश की अनुमति दी जाए।