- वैक्सीन लेने के बाद भी कई डॉक्टर भी हो चुके हैं संक्रमित

<- वैक्सीन लेने के बाद भी कई डॉक्टर भी हो चुके हैं संक्रमित

PATNA :

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कोरोना के संक्रमण का एक साल पूरा हो गया है। लेकिन अभी भी इसका व्यापक असर है। यहां तक कि वैक्सीन लगवाने वाले लोग भी इसके संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में डॉक्टर और हेल्थ वर्कर शामिल है। आम लोगों में इस बात को लेकर बेचैनी है कि जब वैक्सीन लेने के बाद भी लोग संक्रमित हो जाएंगे तो इसका संक्रमण किसी को भी हो सकता है।

वैक्सीन के बाद हुए पॉजिटिव

पटना में इसका सबसे पहला रिकार्डेड केस तीन मार्च को मिला। इसमें एनएमसीएच के एक फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। जो कि वैक्सीन का एक डोज ले चुका था। इससे पहले ख्क् मार्च को आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरीटेंडेंट -ख् डॉ कृष्ण गोपाल भी वैक्सीन की डोज लेने के बाद संक्रमित हुए थे। इसी प्रकार, ख्फ् मार्च को एनएमसीएच के ही पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की एक असिस्टेंट प्रोफेसर और ख्म् मार्च को एक ट्यूटर भी वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित हुए थे। फ्क् मार्च को एमएमसीएच के एक डॉक्टर भी वैक्सीन लेने के बाद पॉजिटिव हो गए।

यह है कारण

डॉक्टरों और एक्सपर्ट की माने तो जितने भी मामले वैक्सीन लेने के बाद कोरोना से संक्रमित होने के मिले हैं, उनमें अधिकांश मामले में कोरोना नियमों के अनुपालन में कमी है। जब भी वैक्सीन किसी को दिया जाता है तब यह सलाह दी जाती है कि उन्हें सघन आबादी के बीच नहीं जाना है। सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करना है। इसके साथ ही, मास्क और हैंड सैनिटाइजर का भी प्रयोग करना है। एनएमसीएच के नोडल ऑफिसर डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि चाहे कोई आम व्यक्ति हो या वैक्सीन लगा चुका हो, उन्हें कोरोना नियमों अनुपालन करना अनिवार्य है। जब तक शरीर में एंटीबाडी नहीं बन जाती है तब तक खुद को सेफ रखना ही होगा।

कब तक हो सकते हैं सेफ

जब तक शरीर में एंटीबॉडी डेवलप नहीं हो जाता है तब तक वैक्सीन लेने के बाद भी व्यक्ति सेफ नहीं है। पटना एम्स की ब्लड ट्रांसफ्यूजन ऑफिसर डॉ नेहा सिंह ने बताया कि वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के क्ब् दिनों के बाद ही एंटीबॉडी डेवलप होता है। ऐसी स्थिति में इससे पहले तक व्यक्ति को बहुत सावधानी के साथ रहना पड़ता है।

डाटा उपलब्ध नहीं है

कोरोना को लेकर राज्य सरकार बडे़ स्तर पर जागरूकता और इससे बचाव के लिए अवेयर कर रही है। लेकिन बात जब वैक्सीनेशन वाले संक्रमित लोगों की आती है तो इस संबंध में न तो जिला स्तर पर और न ही राज्य स्तर पर ही डेटा उपलब्ध है।

कुछ सेंसेटिव रह जाते हैं

वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमण का मामला लोगों में डर पैदा करता है। इस बारे में एनएमसीएच के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वैक्सीन लेने के बाद भी कुछ सेंसेटिव रह जाते हैं। क्योंकि इसका प्रोटेक्शन 80 प्रतिशत तक ही है। हालांकि जिन लोगों को इस केस में भी कोरोना हो रहा है। उनमें इसका सामान्य असर है।

सभी के लिए यह जरूरी है कि कोविड नियमों का कड़ाई के साथ अनुपालन करें। तभी इससे बेहतर बचाव संभव है। वैक्सीन लेने के बाद भी कुछ संक्रमित हो रहे हैं।

- डॉ विनोद कुमार सिंह मेडिकल सुपरीटेंडेंट एनएमसीएच