- फॉरेन इंग्लिश राइटर्स के नॉवेल्स इंडियन राइटर्स पर पड़ रहे हैं भारी

- सीबीएसई के सिलेबस में 80 परसेंट नॉवेल्स हैं फॉरेन राइटर्स के

PATNA : सीबीएसई स्कूलों में फॉरेन इंग्लिश राइटर्स के नॉवेल्स इंडियन राइटर्स पर भी भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। स्टूडेंट्स में रीडिंग हैबिट इम्प्रूव करने के लिए सिलेबस में शामिल ज्यादातर नॉवेल्स फॉरेन राइटर्स के हैं। स्टूडेंट्स के लिए फॉरेन राइटर्स हीरो और इंडियन जीरो साबित हो रहे हैं। सिलेबस पर गौर करें, तो सीनियर क्लासेज के 80 परसेंट नॉवेल्स फॉरेन राइटर्स के हैं। सीबीएसई ने लगभग पांच साल पहले इंग्लिश सिलेबस में नॉवेल्स को इंक्लूड किया था, ताकि स्टडी को इंटरेस्टिंग बनाया जा सके।

मात्र ख्0 परसेंट इंडियन नॉवेल्स

टीचर्स की मानें तो इंग्लिश के सिलेबस में इंडियन राइटर्स के नॉवेल्स की संख्या मात्र ख्0 प्रतिशत है। 8वीं क्लास तक तो इंडियन राइटर्स के नॉवेल्स शामिल हैं, पर 9वीं से क्ख् वीं तक 80 परसेंट नॉवेल्स फॉरेन राइटर्स के हैं। टीचर्स का मानना है कि बोर्ड को फॉरेन के साथ इंडियन राइटर्स के नॉवेल्स को भी सिलेबस में शामिल करना चाहिए, ताकि स्टूडेंट्स उनकी राइटिंग स्किल से जुड़ सके।

सिलेबस में शामिल नॉवेल्स

नॉवेल्स राइटर

थ्री मैन इन ए बेट जेसेम के जेसेम

गुलिवर्स ट्रैवल्स जॉनसन स्विफ्ट

डायरी ऑफ ए यंग ग‌र्ल्स एन फ्रेंक

द स्टोरी ऑफ माई लाइफ हेलन केलर

द केटरविले घोस्ट ऑस्कर वाइल्ड

अप फ्रॉम स्लेवरी बुकर टी वाशिंगटन

सिलास मर्नर जर्जर एलियट

द इन्विजबल मैन एचजी वेल्से

सीबीएसई को इंडियन राइटर्स को मौका देना चाहिए। इंडियन सिलेबस में सबसे ज्यादा इंडियन राइटर्स को शामिल किया जाना चाहिए।

राजीव रंजन सिन्हा, सिटी को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई