पटना (ब्यूरो)। पटना विश्वविद्यालय (पीयू) में शुक्रवार को सीनेट की बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 576.05 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया। यह वर्तमान वित्तीय वर्ष से लगभग चार करोड़ अधिक है। 439.40 करोड़ रुपये घाटे का बजट है। 2022-23 में विश्वविद्यालय प्रशासन को 36.03 करोड़ रुपये की आय हुई है, जबकि 2023-24 में आय 36.65 करोड़ रुपये होने की संभावना है। कुलपति प्रो। गिरीश कुमार चौधरी की अध्यक्षता में प्रतिकुलपति डा। अजय कुमार ङ्क्षसह ने 2023-24 का आय-व्यय प्रस्तुत किया। कुलसचिव कर्नल कामेश कुमार ने पिछले सीनेट की बैठक में लिए गए निर्णय पर कार्रवाई का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कुलपति प्रो। गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार से फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई शुरू करने का दिशा-निर्देश प्राप्त हुआ है। विशेषज्ञों के समूह को कोर्स की रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेवारी दी गई है। पूर्व कुलपति प्रो। रास बिहारी प्रसाद ङ्क्षसह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

300 करोड़ रुपये से होगा विश्वविद्यालय का विकास

कुलपति ने सदस्यों को बताया कि 300 करोड़ रुपये से विश्वविद्यालय का विकास किया जाएगा। इसका प्रभाव आगामी वर्षों में दिखेगा। अंतरराष्ट्रीय छात्रावास का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। छात्राओं की संख्या में वृद्धि को देखते हुए 85 करोड़ रुपये की लागत से दो अत्याधुनिक छात्रावास (जी प्लस 9) के निर्माण का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। साइंस कालेज में अनुसांधान भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। छह माह में यह पूरा हो जाएगा।