पटना (ब्यूरो)। दिन-रात मेहनत कर अपने भविष्य के लिए रुपए जमा करने वालों को लूट कर बहुमंजिली इमारत खड़ी करने वाला साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पकड़ा गया अपराधी कोई और नहीं बल्कि गैंग का सरगना है। दरअसल पटना पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो ऑनलाइन फ्रॉड कर के ग्राहकों को अपना शिकार बनाता था। पुलिस के अनुसार पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि इस गैंग का सरगना शिवशंकर साह है, जो लोगों के खाते से रकम उड़ाकर उसी रकम से बाईपास इलाके में महंगी जमीन खरीद कर अपना आलीशान मकान बनवा रहा है। घटना राजधानी के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र की है। पूरे मामले में पुलिस गंभीरता से पूछताछ कर रही है।

जांच के दौरान आया पकड़ में
पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि गुरुवार की शाम पांच बजे के करीब वह अपनी टीम के साथ अवैध शराब और इसके धंधेबाजों पर नकेल कसने के लिए पेट्रोलिंग पर थे। मुन्ना चौक से आगे बढऩे पर हार्ट हॉस्पिटल के पास उन्होंने एसबीआई के एटीएम के सामने दो लोगों को देखा। एक व्यक्ति एटीएम केबिन की तरफ बढऩे लगा जबकि एक बाइक पर बैठा रहा। उसकी पीठ पर एक बैग भी था। पुलिस को देखते ही एक व्यक्ति बाइक से फरार हो गया जबकि दूसरा गिरफ्त में आ गया। गिरफ्त में आने वाला व्यक्ति मुन्ना कुमार पटना के बेलछी थाने का निवासी है।

बार-बार बदलता रहा बयान
थानाध्यक्ष ने बताया कि पकड़ा गया संदिग्ध मुन्ना पूछताछ के क्रम में बार-बार अपने बयान को बदलता रहा। जिसके बाद पुलिस ने उसके बैग की तलाशी ली। इस क्रम में पुलिस को डेढ़ लाख रुपए कैश, एक महंगा मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के 60 से भी ज्यादा एटीएम कार्ड बरामद किए गए। मुन्ना ने बताया कि दरअसल वह साइबर क्राइम करने वाले गैंग का मेंबर है। जो लोगों को झांसे में लेकर क्राइम करते हैं। गिरोह का सरगना नालंदा का निवासी शिवशंकर उर्फ शंभूनाथ है जो साइबर ठगी करने के लिए ट्रेनिंग देता है। गैंग में आठ से दस पेशेवर मेंबर हैं। जो यह क्राइम करते हैं।

शिवशंकर ने बनवाया मकान
पुलिस के अनुसार पूछताछ में यह भी सामने आया है कि सरगना शिवशंकर ठगी के इस कमाई से बाईपास थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी इलाके में महंगी जमीन भी खरीद चुका है और आलीशान तीन मंजिला मकान भी बनवा रहा है। ग्रुप के सभी मेंबर लोगों को पैसा कमाने, ईनाम पाने, नौकरी पाने, कंपनी का डिस्ट्रीब्यूर्टशिप लेने, केवाईसी कराने, एटीएम कार्ड बंद होने व लॉटरी जीतने जैसे बातों के लुभावने जाल में फंसाकर चूना लगाते थे। पूछताछ के क्रम में यह भी सामने आया कि ये सभी ठगी के पैसे से अय्याशी करते थे तथा इन्होंने चार पहिया व दो पहिया वाहन की भी खरीद की थी। पुलिस के पूछताछ में मुन्ना कुमार ने गैंग में सरगना शिवशंकर उर्फ शंभूनाथ, उसका भतीजा शशिकांत, पटेल के अलावा कई और सदस्यों के बारे में जानकारी दी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
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पहले भी लोग हो चुके हैं शिकार

केस 1.
राजधानी के नौबतपुर थाना क्षेत्र के निवासी किसान ब्रजभूषण शर्मा से कुछ दिन पहले साइबर अपराधियों ने झांसे में लेकर एक लाख तीन हजार रुपए की ठगी कर ली थी। अपराधियों ने ब्रजभूषण शर्मा के बैंक अकाउंट से तीन अलग-अलग तारीखों में पैसे की निकासी की थी।

केस 2.
बीते अगस्त माह में राज्य स्वास्थ्य समिति के एक डॉक्टर भी साइबर अपराधियों के झांसे में गए थे। क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने में आई तकनीकी समस्या को दूर करने में सहायता के नाम पर साइबर अपराधियों ने ठग लिया। शातिरों ने एनी डेस्क एप के माध्यम से डॉक्टर के अकाउंट में से 86 हजार रुपए से भी ज्यादा की निकासी कर ली थी। दोनों ही मामले में पुलिस की जांच जारी है।