-एनएमसीएच समेत अन्य हॉस्पिटल्स में घटे एडमिट केस

-कोरोना के नए केसेज में भी आई गिरावट

PATNA: कोरोना काल की शुरुआत में जिस प्रकार की भयावह स्थिति बन गई थी उसमें अब तेजी से गिरावट होने लगी है। हर हॉस्पिटल में एडमिट केसेज और न्यू केसेज में कमी आई है। इसी प्रकार से रिकवरी में तेजी और न्यू केसेज में कमी रही, तो वह दिन दूर नहीं जब कोविड 19 के पेशेंट की संख्या नगण्य रह जाएगी। वैक्सीनेसन शुरू किए जाने से यह उत्साह और बढा है। बुधवार को प्रदेश स्तर पर पटना समेत 18 जिलों से कुल 86 मामले मिले हैं जबकि पटना में इसके 32 मामले मिले हैं। जबकि आम तौर कोरोना के लगभग 200 से 250 तक मामले मिल रहे थे।

हाल चौबीस घंटे का

बुधवार को पटना में कोरोना संक्रमण के कुल 32 मामले मिले हैं। इसमें एडमिट केसेज की बात करें तो एनएमसीएच में तीन, पीएमसीएच में 13 और पटना एम्स में 83 पेशेंट एडमिट थे। हालांकि सैंपलों की जांच की बात करें तो इसमें आईजीआईएमएस, आरएमआरआई, एम्स और एनएमसीएच में इसकी जांच की जा रही है। इसके साथ ही अर्बन पीएचसी सेंटरों पर भी इसके जांच किए जा रहे हैं।

अनुपालन बढ़ने का नतीजा

कोरोना के नए केसेज कम मिलने लगे हैं और इसका असर एडमिट केस पर भी पड़ा है। एनएमसीएच के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ वीके सिंह ने बताया कि यूं तो कोरोना के नए केसेज की संख्या पूरे बिहार में कम हो गई है। लेकिन इसकी वजह लोगों का इसके प्रति कम्पलाएंस का बढ़ना है। यानि अवेयरनेस होने से लोग खुद से केयर कर रहे हैं। इसलिए इसका संक्रमण तेजी से घटा है। साथ ही लोगों में जागरुकता भी बढ़ी है।

तीन कारणों का किया जिक्र

शुरूआत में यह कहा जा रहा था कि ठंड के दिनों में कोरोना का असर और बढ़ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एनएमसीएच के नोडल ऑफिसर डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इसके तीन प्रमुख कारण हो सकते हैं। हर वायरस के संक्रमण करने की क्षमता उसके शुरूआत के बाद धीरे - धीरे घटना है। कोरोना के मामले में भी यह देखा गया। वहीं, कम्यूनिटी के बीच यह इतना अधिक हो चुका है कि हर्ड इम्यूनिटी हो चुकी है। इसके साथ ही लोगों में इसके अनुपालन को लेकर सजगता बढ़ी है। हालांकि इस विषय पर और रिसर्च की जरूरत है।

फिलहाल कोरोना के नए मामलों की संख्या में बहुत कमी दर्ज हुई है। ऐसा लगता है कि वायरस के संक्रमण की क्षमता घटी है। अब जो पेशेंट आ रहे हैं वे सीरियस पेशेंट ही हैं।

-डॉ अजय कुमार सिन्हा

नोडल ऑफिसर एनएमसीएच