- केंद्रीय पशुपालन, डेयरी व मत्स्य मंत्री ने कहा-पशु, पोल्ट्री व मत्स्य के पोषण को लेकर फीड का बढ़ेगा उत्पादन

MUZAFFARPUR: बिहार के मक्का किसानों की तकदीर संवरेगी। उन्हें फसल की बेहतर कीमत मिलेगी। इसके लिए राज्य में पशु, मछली व पोल्ट्री फीड के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में यहां पोल्ट्री फीड का बड़ा प्लांट लगाया गया है। मुजफ्फरपुर फीड का हब बन रहा है। यह बातें केंद्रीय पशुपालन, डेयरी व मत्स्य मंत्री गिरिराज सिंह ने कही। उन्होंने बेला औद्योगिक क्षेत्र में एबिस पोल्ट्री फीड प्लांट का शुभारंभ करते हुए कहा कि मनुष्य की तरह पशु, पक्षी व मत्स्य को भी बेहतर पोषण जरूरी है। कृषि आधारित फीड उत्पादन से इस पोषण को पूरा किया जा सकता है। इससे मक्के की खपत बढ़ेगी। बिहार से मक्का बाहर भी नहीं जाएगा। इससे किसानों को भी मक्के की सही कीमत मिलेगी। महात्मा गांधी व दीनदयाल उपाध्याय का सपना साकार होगा। उनका मानना था कि देश तब उठेगा जब गांव उठेगा। देश की 89 प्रतिशत आबादी अब भी गांवों में है। इस तरह के प्लांट से किसानों को सीधे लाभ मिलेगा। यहां तीन लाख टन मक्के की खपत प्रतिवर्ष होगी। क्योंकि प्लांट की क्षमता 12 सौ एमटी टन फीड उत्पादन का है। इसके बाद सोयाबीन आधारित प्लांट भी लगाया जाएगा।

बिहार का ग्रोथ राष्ट्रीय से अधिक

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डेयरी, पोल्ट्री व फिशरी का ग्रोथ बिहार में राष्ट्रीय स्तर से अधिक है। डेयरी में 5.68 है। पोल्ट्री क्षेत्र में 11 फीसद की वृद्धि है। मांस के उत्पादन में छह तो अंडा में यह 81.10 फीसद है। बिहार ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में काफी विकास किया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि मक्के से इथेनॉल बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर गंभीर है। इससे मक्के की डिमांड और बढ़ जाएगी।

बर्ड फ्लू से प्रभावित होता पोल्ट्री क्षेत्र

मंत्री ने कहा कि बर्ड फ्लू के कारण पोल्ट्री क्षेत्र को नुकसान होता है। जबकि यह जानने की जरूरत है कि मांस को अगर पकाकर खाने से मानव पर यह असर नहीं डालता।

चंपारण बन रहा टेक्सटाइल हब

राज्य की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि बिहार सरकार राज्य में उद्योग-धंधे को बढ़ावा देने के लिए उद्योगपतियों को हर कदम पर मदद को तैयार है। राज्य के लोग परिश्रमी हैं। कोरोना काल में यह साबित हो गया है। गुजरात व अन्य राज्यों से लौटे राज्य को लोगों ने कड़ी मेहनत की है। आज चंपारण टेक्सटाइल हब बनने की राह में है। इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों में अलग-अलग हब बनेंगे। मक्के का उत्पादन राज्य में काफी होता है। फीड प्लांट के लगने से मक्का नेपाल या अन्य जगह नहीं जाएगा। उन्हें यहीं उचित कीमत मिल जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने लेदर पार्क का भी निरीक्षण किया। यहां 96 शेड का निर्माण हो चुका है। प्रोसेस अंतिम चरण है। यहां चमड़ा आधारित छोटे-बड़े सभी उत्पादों का निर्माण होगा। महाप्रबंधक परिमल सिन्हा ने अपनी बातें रखीं।