न्याय के लिए पहुंची महिला आयोग
पल्लवी (बदला हुआ नाम) की फेसबुक के थ्रू अमित से दोस्ती हुई। बात आगे बढ़ी। दोनों एक-दूसरे के करीब आए। कुछ ही महीनों में दोनों को लगा कि वो एक-दूसरे के लिए ही बने हैं। फिर क्या था, दोनों ने फैमिली वालों से बात की। सब राजी हो गए और शादी भी हो गई। शादी के बाद पल्लवी को पता चला कि अमित का अफेयर बस उसी के साथ नहीं, बल्कि कई लड़कियों के साथ है। अब पल्लवी भी न्याय के लिए महिला आयोग का दरवाजा खटखटाने पहुंची है।

किसी के लिए बन जाता है अभिशाप
आजकल फेसबुक के जरिए दोस्ती और फिर लाइफ पार्टनर बनाने का सिलसिला कोई नया नहीं है। किसी के लिए यह अच्छा है, तो किसी के लिए यह अभिशाप बन जाता है। तभी तो ऐसे मामले अब घरों से निकल कर महिला आयोग और महिला हेल्पलाइन तक पहुंच रहे हैं। महिला आयोग और महिला हेल्पलाइन की मानें तो हर महीने इस तरह के केस देखने को मिल रहे हैं।

बेवकूफ बनती हैं लड़कियां
फेसबुक एक सोशल नेटवर्किंग साइट है और इसे हर कोई टाइम पास के रूप में देखता है। ऐसे में इसे रिलेशनशिप बनाने को लेकर सीरियसली नहीं लेना चाहिए। इस संबंध में पटना वीमेंस कॉलेज की सोशियोलॉजी की प्रोफेसर रागनी रंजन ने बताया कि फेसबुक दोस्ती तक तो ठीक है। लेकिन इतना भी नहीं हो कि हम उससे रिलेशन बनाने लगें। स्पेशली शादी जैसा रिलेशन बनाने से पहले लड़की और लड़की के फैमिली वालों को सोचना चाहिए। इससे लड़कों को तो कुछ नहीं होता, लेकिन लड़कियां बेवकूफ बनती हैं.

पहले तो सिर्फ अरेंज मैरिज या फिर लव मैरिज में होने वाले डोमेस्टिक वॉयलेंस के केस हमारे पास आते थे। पर, इधर कुछ महीनों से फेसबुक या फिर दूसरे सोशल नेटवर्किंग साइट्स से होने वाली शादियों के केस भी हमारे पास आते हैं। लड़की को शादी के बाद पता चलता है कि उसके पति का अफेयर दूसरी लड़की के साथ उन दिनों से है, जब उसके साथ भी अफेयर चल रहा था। इस तरह के केस हमें बहुत ही मुश्किल में डाल रहे हैं.
प्रमिला
प्रोजेक्ट डायरेक्टर, महिला हेल्पलाइन

फेसबुक पर दोस्ती बढ़ाने से पहले इन बातों पर ध्यान दें.
- लड़के को तुरंत अपना कांटैक्ट नंबर नहीं दें.
- रिलेशन को दोस्ती तक ही रखें.
- दोस्ती से आगे रिलेशन बनाना हो तो अपने गार्जियन को बताएं, फिर कोई कदम उठाएं.
- लड़के के बैकग्राउंड और प्रोफेशनल चीजों के बारे में पूरा पता लगा लें.
- लड़का किससे मिलता है, क्या करता है। उसके बारे में एक-एक चीज पता करके ही आगे बढ़ें.
- फेसबुक की दोस्ती को रिलेशन का नाम तभी दें, जब उससे एक-दो बार पर्सनली मिल लें.