-पटना में मार्च 2020 से 8 जून 2021 तक 2293 लोगों की हुई मौत

-हॉस्पिटल-सिविल सर्जन की टीम ने सौंपी कोरोना से मौत की रिपोर्ट

PATNA: कोरोना से बिहार में अब तक यानी मार्च 2020 से जून 2021 के बीच 9375 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा पटना जिले में और सबसे कम शिवहर में मौत हुई है। पटना जिले में कोरोना की पहली और दूसरी लहर मिलाकर 2293 लोगों की जान गई वहीं शिवहर में इस बीच 35 लोगों की मौत हुई है। ज्ञात हो कि जांच के लिए बनी कमेटी ने 8 जून को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

और 3951 मौत की हुई पुष्टि

कोरोना से मरने वाले व्यक्ति के आश्रितों को मुआवजा देने के लिए सरकार ने दो कमेटियां बनाई थी। जिन्होंने 20 दिन में 3951 ऐसे लोगों की पहचान की जिनकी संक्रमण की वजह से अस्पताल, घर, कोविड सेंटर, डेडिकेटेड कोविड अस्पताल या इलाज के लिए अन्य जिले से दूसरे जिले में जाने के दौरा मौत हुई। इन मौत की पुष्टि के बाद आठ जून तक सरकारी रिकार्ड में मौत का जो आंकड़ा 5424 था वह अब बढ़कर 9375 हो गया है।

तो संदिग्ध माना जाएगा

सिटी स्कैन में पॉजिटिव है और यदि मौत होती है तो मुआवजे के लिए केंद्र की गाइडलाइन का पालन होगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को मीडिया को बताया कि यदि किसी व्यक्ति का आरटीपीसीआर, एंटीजन या ट्रू-नेट कोविड टेस्ट निगेटिव है और सिटी स्कैन इंफेक्शन की रिपोर्ट देता है और उसकी मौत हो जाती है तो उसे संदिग्ध कोरोना पॉजिटिव माना जाएगा। इन्हें मुआवजा मिलेगा या नहीं यह फैसला केंद्र की गाइड लाइन पर ही हो सकेगा।

प्रदेश में दूसरी लहर ने कहर बरपाया

3737 के लिए राशि जारी

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है उन सभी के आश्रितों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। प्रक्रिया शुरू है। अब तक 3737 लोगों के मुआवजा के लिए राशि जारी हो चुकी है। राज्य मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ही कोरोना मृतकों के आश्रितों को मुआवजे के लिए 300 करोड़ की राशि स्वीकृत की है।

वेरिफिकेशन को कमेटी

ज्ञात हो कि कोरोना से होने वाली मौत की पुष्टि के लिए सीएम के निर्देश पर 18 मई को 2 कमेटियों बनी। मेडिकल कालेज अस्पताल में बनी कमेटी में प्रिंसिपल, अस्पताल अधीक्षक समेत मेडिसीन विभागाध्यक्ष रखे गए। जबकि सिविल सर्जन के नेतृत्व में बनी कमेटी में सिविल सर्जन समेत एसीएमओ व 1 डॉक्टर शामिल किए गए। कमेटियों को कोरोना से मौत का सत्यापन करना था।

डीएम वेरिफिकेशन के बाद मिलेगा मुआवजा

स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सरकार की घोषित नीति के अनुरूप इन सभी के आश्रितों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। कमेटी के सत्यापन और पुष्टि के बाद डीएम के लेवल पर अंतिम बार इनका सत्यापन होगा और इनके मुआवजा का पैसा जारी कर दिया जाएगा।