पटना (ब्यूरो)। सारण जिला में जहरीली शराब से 74 लोगों की मौत के बाद इसकी धरातल पर जांच के लिए मानवाधिकार आयोग की 10 सदस्यीय टीम छपरा पहुंची है। छपरा सदर अस्पताल में मामले की तहकीकात करने के बाद टीम के सदस्य मशरक, इसुआपुर, अमनौर आदि जगहों पर पहुंचे और मृत लोगों के स्वजनों एवं बीमार लोगों से बातचीत किए। टीम के सदस्यों ने पूरे घटना की विस्तृत जानकारी लिया और एक-एक ङ्क्षबदु पर पूछताछ किया। हालांकि अपना परिचय देने एवं मीडिया से जानकारी शेयर करने को लेकर उन्होंने परहेज किया।

मशरक के बहरौली गांव पहुंची टीम

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मानवाधिकार आयोग की टीम बुधवार की सुबह में 10:30 बजे मशरक प्रखंड के बहरौली गांव में पहुंची। इस गांव में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई है। टीम के सदस्यों ने एक एक ङ्क्षबदु पर मृत लोगों के स्वजनों से जानकारी लिया। वे लोग गांव के सूरज साह, कमलेश साह, बृजेश राय, शैलेंद्र राय, सीताराम राय, दूधनाथ तिवारी सहित अन्य मृत लोगों के घरों पर पहुंचे और वहां पर उनके परिवार के सदस्यों से पूरी घटना की जानकारी लिए। इसके बाद शराब पीने से ही आंख की रोशनी गंवा चुके शंकर साह से भी उन लोगों ने मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।

पता किया जा रहा मृतकों का बैकग्राउंड

टीम के सदस्यों ने मृत लोगों के स्वजनों से पूछा कि जो मरे हैं वह क्या करते थे, उन्होंने कब शराब पी थी, शराब पीने के बाद उन्हें क्या जानकारी दी गई, उनके द्वारा कब जानकारी दी गई, जानकारी मिलने के बाद आपने क्या किया, उन्हें अस्पताल कैसे पहुंचाया गया, वहां पर क्या सुविधा मिली, जब रेफर किया गया तो एंबुलेंस मुहैया कराया गया या प्राइवेट गाड़ी करके आप सदर अस्पताल पहुंचे। सदर अस्पताल गए तो वहां पर क्या सुविधा थी, सरकारी अधिकारी अभी तक जानकारी लेने आए या नहीं, शव का पोस्टमार्टम हुआ या नहीं, पीने वाले लोग किस वर्ग के थे, शराब पीने का क्या कारण था, मरने वाले व्यक्ति के परिवार की क्या हालत है, आदि ङ्क्षबदुओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी ली गई।
बहरौली गांव के बाद टीम के सदस्य मशरक बाजार, जद्दू मोड़, मशरक तख्त, इसुआपुर के विभिन्न गांव अमनौर के हुस्सेपुर आदि जगहों पर जाकर मृत लोगों के स्वजनों से जानकारी लिए।