पटना ब्यूरो।1983 में एम्स नई दिल्ली की तर्ज पर शुरू हुई संस्थान आज मेडिकल कॉलेज का रूप ले लिया है। यहां से हर साल 120 एमबीबीएस के स्टूडेंट्स बीमार लोगों की सेवा के लिए निकलते हैं। ये बातें सोमवार को आईजीआईएमएस के स्थापना दिवस समारोह में आए डॉक्टरों ने कहीं। उन्होंने कहा कि मेडिकल के क्षेत्र में अस्पताल कुछ न कुछ हर दिन नया कर रहा है। जल्द ही अस्पताल के हृदय रोग विभाग की इमरजेंसी सेवा 24 घंटे काम करने लगेगी। इससे हार्ट संबंधित गंभीर बीमारियों के मरीजों को शाम छह बजे के बाद इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पढि़ए रिपोर्ट
हृदय विभाग में 24 घंटे मिलेगी इमरजेंसी सेवा
आईजीआईएमएस के सुपरिटेंडेंट डॉ। मनीष मंडल ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बात करते हुए बताया कि अस्पताल के हृदय रोग विभाग में इस माह के अंत तक 24 घंटे इमरजेंसी सेवा मिलने लगेगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से मैन पॉवर और उपकरण की खरीदारी कर ली गई है। आवश्यक उपकरण विभाग द्वारा लगाए जा रहे हैं। इस सेवा के शुरू होने से सबसे अधिक लाभ हार्ट के गंभीर मरीजों को होगी।
एंजियोप्लास्टि और एंजियोग्राफी की सुविधा अब 24 घंटे
डॉक्टरों ने बताया कि हृदय रोग विभाग में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा शुरू होने से एंजियोप्लास्टि और एंजियोग्राफी की सुविधा मरीजों को 24 घंटे मिलने लगेगी। वर्तमान में शाम छह बजे के बाद ये सुविधा बंद हो जाती है। हार्ट अटैक के मरीज कभी भी आकर प्राइमरी एंजियोप्लास्टि या आवश्यक ट्रीटमेंट करवा सकते हैं। इस सेवा के शुरू होने के बाद आईजीआईएमएस राज्य का पहला सरकारी अस्पताल बन जाएगा जहां 24 घंटे एंजियोपलास्टी की सुविधा उपलब्ध होगी।
200 बेड का अलग से बन रहा है भवन
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि 2500 बेड वाले अस्पताल में 350 इमरजेंसी बेड की सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल में 500 बेड के अतरिक्त इमरजेंसी वार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा 200 बेड के हृदय रोग विभाग का अलग से अस्पताल बनना प्रस्तावित है। इस नए अस्पताल के बनने से हृदय रोग के मरीजों को एक छत के नीचे भर्ती से लेकर पैथौलॉजी जांच की सुविधा मिलगी।
अब तक 11 लोग कर चुके हैं देहदान
स्थापना दिवस के अवसर आईजीआईएमएस में आम लोगों को अवेयर करने के लिए विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए थे। जहां मानव शरीर से लेकर लीवर, हार्ट गर्भस्थ शिशु को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर ऑडिटोरियम संगोष्ठी भी आयोजित किया गया। जिसमें डॉ। वी देवगौरौ के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डॉक्टरों ने बताया कि डॉ। वी देवगौरौ हृदय शल्य चिकित्सा के प्रति समर्पण ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में नेफ्र ोलॉजी के प्रोफेसर डॉ। ए.एस। प्रसाद अपनी बात रखी। कॉलेज परिसर में लगाए स्टॉल पर डॉ। रजनीश, डॉ। सुरेश, डॉ। नवनीत सहित कई गणमान्य डॉक्टर उपस्थित रहे.