पटना (ब्यूरो)। उद्योग विभाग की ओर से गुरुवार को बिहार स्टार्टअप के लिए पहली बार ज्ञान भवन में बिहार कनेक्ट-2023 इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। बिहार कनेक्ट-23 में उपस्थित स्टार्टअप उद्यमियों को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि सभी अपने स्टार्टअप और नए आइडियाज के माध्यम से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के भविष्य को संवार रहे है। बिहार औद्योगीकरण के नए युग की ओर तेजी से बढ़ रहा है। बिहार में निवेश की अपार संभावनाएं है। बिहार के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने तथा निवेशकों के विश्वास को जीतने के लिए हमलोग पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ काम कर रहें हैं। बिहार के औद्योगिकीकरण के संकल्प को पूरा करने के लिए हमने कई लक्ष्यों का निर्धारण किया है- जैसे स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देना, बड़े उद्योगों की स्थापना, एमएसएमई। को व्यापक प्रसार देना, बिहार के पारंपरिक उद्योग जैसे-हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, खादी, ग्रामोद्योग को मजबूती प्रदान करना। स्टार्टअप उद्यमियों की मदद के लिए उद्योग विभाग ने इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सहित कई संस्थानों से टाईअप किया है।

ईको सिस्टम हो रहा तैयार
बिहार में स्टार्टअप्स के ग्रोथ के लिए शानदार ईको सिस्टम तैयार हो रहा है जिसमें स्टार्ट-अप को-ट्रेनिंग, वित्तीय सहायता, को-वर्किंग-सह- को-लर्निंग स्पेस, मार्केटिंग, तकनीकी विकास जैसे सहयोग मिल रहे हैं, ताकि न सिर्फ स्टार्टअप उद्यमियों की सफलता सुनिश्चित हो बल्कि देश और दुनिया के बड़े स्टार्टअप की कतार में बिहार के स्टार्टअप भी खड़े हो सके। स्टार्टअप को नई ऊर्जा और गति प्रदान करने के लिए 2017 के बाद नए प्रावधानों के साथ बिहार स्टार्टअप नीति, 2022 लागू की गई ताकि स्टार्टअप को सरल और त्वरित गति से सहायता दी जा सके।

आईआईटी पटना के साथ टाईअप
स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा देना आर्थिक विकास और मजबूती के लिए आवश्यक है। बिहार सबसे बेहतर इमर्जिंग स्टार्ट-अप इको सिस्टम वाला राज्य है। दुनिया में भारत स्टार्ट-अप इको सिस्टम तीसरे स्थान पर है। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौण्डरीक ने कहा कि बिहार में स्टार्ट-अप 32.70 करोड़ रुपये सीड फंड के रूप में स्वीकृत किये जा चुके हैं। स्टार्टअप उद्यमियों की मदद के लिए उद्योग विभाग ने इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना तथा चन्द्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, पटना के साथ टाईअप किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में उद्यमिता और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। हमें अपना इको सिस्टम मजबूत करना है। बिहार के स्टार्टअप कृषि और हैण्डलूम हस्तकरघा के साथ-साथ रोबोटिक्स और ड्रोन बनाने के काम में भी लगे हुए हैं। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार ने किया।