PATNA : अगर आप भी कैंसर के लिए इलाज के लिए शिशुपाल नाम के बाबा से इलाज करवाने जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यह फर्जी ठग है। प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को बुलाता है और फिर उनसे इलाज के नाम पर 2 लाख रुपए की मांग करता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पहले भी कैंसर का इलाज करने वाले इस फर्जी ठग को बेनकाब किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद वह पटना छोड़कर भाग गया था। लेकिन फिर वह ठगी के नए पैंतरों के साथ वापस लौटा है और लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने के लिए जाल बिछा रहा है। प्रशासन के डर से वह अपना पता प्रचार प्रसार में नहीं दे रहा। केवल एक मोबाइल नंबर के माध्यम से लोगों को अपने पास चुपके से बुलाने में लगा है।

इस बार मरीज को बनाया है मोहरा

जिम्मेदार मौन हैं और झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान का सौदा कर रहे हैं। हम बात ग्रामीण एरिया की नहीं राजधानी पटना की कर रहे हैं, जहां झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पटना के यारपुर में एक इलेक्ट्रानिक्स की दुकान में जड़ी-बूटी पिलाकर कैंसर जैसे गंभीर रोग को जड़ से ठीक करने का दावा करने वाला कैंसर बाबा ठगी का नया पैंतरा लेकर वापस आया है। इस बार उसने मरीज को मोहरा बनाया है। दैनिक जागरण एक बार फिर कैंसर बाबा का काला कारोबार उजागर करने जा रहा है।

स्टिंग से किया था बेनकाब

पटना में कैंसर मरीजों से ठगी करने वाले कैंसर बाबा को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बेनकाब किया था। प्रचार-प्रसार कर पटना के कई बड़े कैंसर संस्थानों से निराश मरीजों को ठीक करने का दावा करने वाले कैंसर बाबा का स्टिंग ऑपरेशन कर ठगी का बड़ा चैनल बेनकाब किया था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन से कैंसर बाबा के जाल में फंसे मरीजों का पैसा बच गया। जड़ी बूटी के चक्कर में जिंदगी को दांव पर लगाने वाले मरीज भी अलर्ट हो गए और कैंसर बाबा के चंगुल से बाहर आ गए। खुलासे के बाद कैंसर बाबा पटना से फरार हो गया।

दावा करना पड़ा महंगा

कैंसर बाबा का खुलासा होने के बाद महावीर कैंसर संस्थान और आईजीएमएस के जिन मरीजों को निराश बताकर जड़ी बूटी से ठीक करने का दावा कैंसर बाबा उर्फ शिशुपाल ने किया था वह संस्थान से ही ठीक हो गए थे। ऐसे में दोनों संस्थानों ने कैंसर बाबा को नोटिस जारी कर एक एक करोड़ रुपए की मानहानि का केस की तैयारी की। तथाकथित डॉक्टर शिशुपाल कैंसर बाबा के फरार होने से इस मामले में कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई। कैंसर बाबा ने अपने प्रचार प्रसार में महावीर कैंसर संस्थान और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों के उपचार का पर्चा भी दर्शाया था। इसे लेकर दोनों संस्थानों ने अपनी आपत्ति जाहिर की और कार्रवाई को लेकर कैंसर बाबा को नोटिस दिया था।

ठगी के लिए अपनाया नया ट्रेंड

महावीर कैंसर संस्थान और आईजीएमएस के प्रशासनिक अफसरों को गुमराह करने के बाद कैंसर बाबा फिर लौट आया। इस बार उसने किसी संस्थान का पर्चा नहीं लगाया है और न ही अपने इलाज वाले स्थान का उल्लेख किया है। प्रचार में सिर्फ एक महिला मरीज को दिखाया गया है और उसके कैंसर को ठीक करने का दावा किया गया है। प्रचार प्रसार में ऐसा दावा किया जा रहा है जिसमें जिंदगी के लिए संघर्ष करने वाले मरीजों का फंसना आसान है।

क्यों नहीं पता देता कैंसर बाबा

प्रचार प्रसार में कैंसर बाबा कहीं भी अपने इलाज वाले स्थान का पता नहीं देता है। वह फोन नंबर देकर मरीजों को एक टीवी के शो रूम में बुलाता है और वहीं जड़ी बूटी पिलाता है। वह सुबह ऐसे समय दवा पिलाने के लिए मरीजों को बुलाता है जब सड़क पर कोई हलचल नहीं होती है। सुबह 7 बजे तक ही दवा पिलाने के साथ पैसा वसूली का पूरा खेल हो जाता है।

एक-एक सांस की वसूलता है कीमत

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जानपर खेलकर कैंसर बाबा के काले कारनामे का स्टिंग ऑपरेशन किया था। यारपुर में स्थित टीवी के शोरूम में कैंसर बाबा की दवा पीने के लिए मरीजों की भीड़ लगी थी। कैंसर जैसी जानलेवा

बीमारी में जड़ी बूटी के सहारे ठीक करने का दावा करने वाला कैंसर बाबा उनकी एक-एक सांस की कीमत वसूल रहा था। शोरूम में पैसा वसूलने के लिए कई लोगों को लगाया गया था। यहां कई गुंडा टाइप के लोगों को भी लगाया गया था जो चालाकी करने वालों से निपटने को भी तैयार थे। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जानपर खेलकर यह बड़ा खुलासा करते हुए झोलाछाप डॉक्टरों की पोल खोल दी थी।

तो वापस न आता कैंसर बाबा

झोलाछाप डॉक्टरों को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार गंभीर होते तो ठगी का नया पैंतरा लेकर कैंसर बाबा दोबारा प्रचार प्रसार के साथ पटना नहीं आता। जिम्मेदार की लापरवाही और सिस्टम की सुस्ती से कैंसर बाबा एक बार फिर लोगों को ठगने के लिए पटना में नई जालसाजी के साथ आ गया है। वह फिर कैंसर के मरीजों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपए की ठगी में जुट गया है।

सो रहा है सिस्टम, जाग जाइए आप

पटना में सिस्टम सो रहा है और ऐसे में आपको जागने की जरुरत है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी में जड़ी बूटी पीने के चक्कर में फंसने वाले पैसा और जिंदगी दोनों गंवा रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में यह पहले ही खुलासा हो चुका है कि कैंसर बाबा के इलाज के दौरान कई मरीजों की जान जा चुकी है। कैंसर जैसी बीमारी के इलाज में समय और उपचार का तरीका बड़ा मायने रखता है। अक्सर जड़ी बूटी से इलाज करने वाले कैंसर बाबा की जाल में फंसकर लोग अपना समय गंवाते हैं और फिर जान बचाना भी मुश्किल हो जाता है। इसलिए हर किसी को अलर्ट रहना है और ऐसे ठगों के जाल में फंसकर इलाज में बाधा नहीं पैदा करना है।

स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा मामला

शिशुपाल उर्फ कैंसर बाबा की ठगी का नया पैंतरा लेकर वापस आने का मामला स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा है। इस मामले में पड़ताल शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर गंभीर रहा तो कैंसर बाबा पर कार्रवाई होनी तय हैं। बिहार सरकार का स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों पर लगाम कसने को लेकर गंभीर है। मंत्रालय बार-बार लोगों से अपील करता है कि वह झोलाछाप डॉक्टरों से दूर रहें और सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएं। स्वास्थ्य मंत्रालय अनुमंडल स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर दावा भी करता है।