- तीन लाख में सौदा तय कर वैशाली से मासूम का दो महीने पहले हुआ था अपहरण

HAZIPUR: बेटे की चाहत में अपहृत बच्चे को खरीदने पर दंपती को अरेस्ट कर लिया गया है। वैशाली पुलिस ने करीब दो महीने पूर्व महनार थाने के बहलोलपुर दियारे से बेचने के लिए अपहृत 10 महीने के बच्चे को बरामद कर लिया है। नालंदा के अस्थावां से बच्चे की बरामदगी के साथ एक महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य अपहर्ता की तलाश जारी है।

10 महीने के मासूम की सौदेबाजी

एसपी मनीष ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 4 बेटियों के माता-पिता से 3 लाख में सौदा तय करने के बाद अपहर्ताओं ने बच्चे को उठाने के लिए रेकी करना शुरू कर दिया था। इस बीच योजना बनाकर अपहर्ताओं ने बहलोलपुर गांव से सुबोध कुमार के 10 महीने के बेटे अजीत को उठा लिया। अपहर्ताओं ने पहले से तयशुदा दंपती को बच्चा सौंप कर पहली किश्त अपहर्ताओं ने 60 हजार रुपए प्राप्त कर लिया। शेष रुपए के लिए दंपती पर दबाव दिया जा रहा था।

मास्टमाइंड अब भी फरार

एसपी के अनुसार अस्थावां समीविघा के सोहराय पासवान और सोनी देवी को 4 लड़कियां हैं। उसने अपने रिश्तेदार बख्तियापुर निवासी शिवदानी पासवान से एक बेटे की चाहत बताई। शिवदानी ने नीतीश राय और सतीश राय से बात कर 3 लाख रुपए में एक बच्चा लाकर देने का सौदा तय किया। 18-19 अक्टूबर की रात गांव में सुबोध कुमार के 10 महीने के बेटे अजीत को उठा लिया। बच्चा खरीदने वाले सोहराय पासवान और उसकी पत्नी सोनी देवी के अलावा उसके रिश्तेदार शिवदानी पासवान और बच्चा उठाने वाले सतीश राय को गिरफ्तार कर दिया गया है। मुख्य अपहर्ता नीतीश राय की तलाश जारी है।