पटना (ब्यूरो)।गर आप पेंटिंग इंडस्ट्री में काम करते हैं तो किडनी कैंसर से प्रभावित हो सकते हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि पटना के ज्ञान भवन में आयोजित यूजीकॉन 2024 में आए डॉक्टरों का कहना है। डॉक्टरों ने बताया कि कैंसर कई प्रकार होते हैं। जिनमें एक यूरीन कैंसर यानी ब्लैडर कैंसर भी है। ब्लैडर शरीर का एक अंग होता है जिसमें यूरीन जमा होता है और निकलता है। यूरीन में कई तरह के अपशिष्ट पाए जाते हैं, जो ब्लैडर में जमा होते हैं। इसी तरह किडनी कैंसर होता है। ये बीमारी पेटिंग इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। डाक्टरों ने बताया कि केमिकल रिएक्शन की वजज से बीमारी का जन्म होता है। पेंट का केमिकल नाक के द्वारा शरीर में प्रवेश करता है। जो किडनी को डैमेज करता है। किडनी कैंसर से पीडि़त दस फीसदी लोग पेंट से निकलने वाले केमिकल रिएक्शन की वजह से किडनी कैंसर के पेशेंट बन रहे हैं। पढि़ए रिपोर्ट
-पेंट से रहे दूर
आईजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग के डॉ। राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि पेंटिंग इंडस्ट्री में लगातार काम करने, या पेंट के इर्द-गिर्द रहने वाले लोग किडनी कैंसर की चपेट में आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि पेंट बनाने में कई तरह के केमिकल का प्रयोग किया जाता है, जो मानव शरीर के लिए हानिकारक है। पेंट से निकलने वाले केमिकल मनुष्य के शरीर में मुंह और नाक के द्वारा किडनी में पहुंंच जाता है। वहां पर जाकर रिएक्शन करता है। ऐसा लगातार होने पर व्यक्ति किडनी कैंसर से प्रभावित हो सकता है।
-10 फीसदी लोग किडनी कैंसर से हैं पीडि़त
डॉ। राजेश तिवारी ने बताया कि शहर में कैंसर के हजारों मरीज हैं। ब्लैडर कैंसर और किडनी कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। किडनी कैंसर पहले 40 से 60 उम्र के लोगों में होता था, लेकिन बदलतीे जीवन शैली की वजह से अब यूथ भी किडनी कैंसर से पीडि़त हो रहे हैं। इससे पूर्व यूजिकॉन 2024 की विधिवत शुरूआत
देश-विदेश से आए डॉक्टरों ने दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रथम सेशन में
यूरोलॉजिकल स्टूडेंट्स को ब्लैडर कैंसर, प्रोस्ट्रेट सर्जरी की विभिन्न विधियों के बारे डॉक्टरों ने जानकारी दी। मौके पर यूएसए से आए डॉ। असीम शुक्ला सहित कई गणमान्य डॉक्टर उपस्थित रहे।
-ब्लैडर में कैंसर यूरोथेलियल सेल्स से शुरु होता है।
यूजीकॉन 2024 में अमेरिका से आए डॉ। मनी मोनन ने बताया कि ब्लैडर में कैंसर यूरोथेलियल सेल्स में शुरू होता है। यह वो सेल्स होती हैं, जो ब्लैडर के अंदर की रेखा बनाती हैं। उन्होंने बताया कि यह सेल्स मनुष्य की किडनी और यूरीन की नली में पाई जाती है और ब्लैडर से जुड़ी होती है इसलिए किडनी और यूरीन की नली में भी कैंसर होता है। उन्होंने बताया कि किडनी और ब्लैडर कैंसर का इलाज आसानी से हो सकता है। लक्षण दिखने पर तुरंत योग्य चिकित्सकों से परामर्श लें और इलाज शुरू कराएं।
-ब्लैडर कैंसर
1. यूरीन निकालते समय खून आना
2. यूरीन का रंग बदलना और लाल या कोला रंग का दिखाई देना
3. कभी-कभी यूरीन सामान्य दिखाई देती है और लैब में ब्लड का पता चलता है
4. जल्दी-जल्दी यूरीन आना
5. टूरीन निकालते समय दर्द होना
6. पीठ दर्द
-कडनी कैंसर के प्रमुख लक्षण
यूजीकॉन 2024 में आए डॉक्टरों ने बताया कि किडनी में कैंसर के शुरुआती चरण में आमतौर पर कोई संकेत या लक्षण नहीं दिखता है। ये बीमारी धीरे-धीरे ग्रो करती है। अगर यरीन का रंग लाल, काला दिखाई दे। या बार-बार बुखार आए तो इसे अनदेखा न करें और तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें ।
-भूख में कमी
- वजन घटने की समस्या
-कान-बुखार बार-बार आना
टखनों और पैरों में सूजन.
-बार-बार बुखार आने की समस्या
यूरीन का कलर चेंज हो तो अनदेखा न करें
ज्ञान भवन में आयोजित यूजीकॉन 2024 में आए डॉक्टरों ने बताया कि यूरीन का रंग में बदलाव नजर आए तो गंभीर होने की आवश्यकता है.यूरीन में रक्त (हेमट्यूरिया) आने की समस्या किडनी में कैंसर का संकेत हो सकती है। इसके साथ ही कई मरीजों में यूरीन का कलर गहरे भूरे या कोला जैसे दिखाए दे तो चिकित्सकीय परामर्श लें.