- मृतक की पत्नी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी

- चौक पुलिस ने आसपास के दुकानदारों से की पूछताछ, दहशत कायम

- मोर्चा तथा किला रोड में छापेमारी, 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाला

PATNA :

पटना नगर निगम के वार्ड-67के पार्षद के भाई की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी हत्यारे के सुराग नहीं लग पाए हैं। हत्या की वारदात के बाद इलाके में पुलिस के प्रति नाराजगी है। लगातार हो रही वारदातों से लोग दहशत में भी हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह अपराधियों को पकड़ने में जुटी है, जल्द ही अपराधी गिरफ्त में होंगे।

बता दें कि चौक थाना क्षेत्र के हाजीगंज में सोमवार की सुबह दिनदहाड़े अशोक राजपथ पर वार्ड-67 के पार्षद के व्यवसायी भाई 44 वर्षीय रणधीर जायसवाल उर्फ कल्लू की हत्या कर दी गई थी। मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस बाइक सवार दो शूटरों की खोज में छापेमारी कर रही है। चौक थानाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि मृतक की पत्नी ज्योति जायसवाल ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। हत्या के 36 घंटे बीतने के बाद भी हत्यारे पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। पूर्वी एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया क्लू मिल चुका है। जल्द ही हत्यारे पकड़े जाएंगे।

दुकानदारों से हुई पूछताछ

हत्या के दूसरे दिन हाजीगंज की दुकानें अन्य दिनों की तरह खुली। दुकानदारों में दहशत कायम रहा। चौक पुलिस ने घटनास्थल पहुंच कर आसपास के दुकानदारों से पूछताछ किया। अधिकतर दुकानदारों ने घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताई। फुटेज में दिख रहे दो दुबले-पतले अपराधियों की खोज में पुलिस जुटी है। पुलिस हाजीगंज, पूरब दरवाजा, मोर्चा रोड, मथनीतल मोहल्ला में लगे सीसीटीवी के फुटेज को खंगाल चुकी है। घटनास्थल के समीप के मोबाइल नंबरों की भी वैज्ञानिक तरीके से जांच जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बाइक पर सवार शूटर स्थानीय प्रतीत होते हैं। दोनों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच है।

कहीं लेन-देन का मामला तो नहीं

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मोर्चा रोड के अशोक यादव को पार्षद के व्यवसायी भाई 44 वर्षीय रणधीर जायसवाल उर्फ कल्लू ने जमीन खरीद-बिक्री के क्रम में चार वर्ष पूर्व छह लाख रुपए दिया था। लगभग आधी रकम अशोक लौटा चुका था। बचे हुए रुपए लौटाने में अशोक आनाकानी कर रहा था। रुपए के विवाद को सुलझाने के लिए कैमाशिकोह के एक बालू सह जमीन कारोबारी जय राय ने दो सितंबर को मध्यस्थता भी करायी थी। सूत्रों की माने तो रुपए लौटाने को लेकर थोड़ी बकझक भी हुई थी। मध्यस्थता के दौरान दो-तीन युवक भी थे। सूत्रों की मानें तो घटना के दिन यानी सोमवार को अशोक ने बाकी रुपए लौटाने की बात कही थी। इस दिन दुकान खोलने के पूर्व कल्लू की हत्या होने से स्वजनों की शक की सूई रुपए से जुड़े उस विवाद पर आकर टिकी है।

छापेमारी में जुटी पुलिस

पार्षद के व्यवसायी भाई रणधीर जायसवाल उर्फ कल्लू हत्याकांड में चौक पुलिस ने सोमवार की रात तथा मंगलवार को मोर्चा रोड में अशोक यादव तथा कैमाशिकोह में जय राय के घर छापेमारी किया। चौक पुलिस के अनुसार दोनों घरों के लोग नहीं मिले। सूत्रों की माने तो मृतक की अंतिम यात्रा में मध्यस्थता करने वाला जय शामिल हुआ था। फिलहाल पुलिस जमीन से जुड़े अन्य विवादों की भी जांच में जुटी है।