- रालोसपा प्रमुख ने दो से 28 फरवरी तक कृषि कानूनों के खिलाफ किसान चौपाल लगाने की घोषणा की

PATNA: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार के 10 हजार गांवों में किसान चौपाल लगाने की घोषणा की है। फ्राइडे को उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया को बताया कि आजादी के बाद केंद्र में यह पहली सरकार है, जो किसानों की बजाय पूंजीपतियों के पक्ष में मजबूती से खड़ी है। केंद्र की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ दो से 28 फरवरी तक आयोजित होने वाले किसान चौपाल से 25 लाख किसानों को जोड़ा जाएगा।

किसान चौपाल में करेंगे चर्चा

उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि गांवों के अलावा प्रखंड एवं जिला मुख्यालयों में भी किसान चौपाल कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके लिए सभी जिला एवं प्रखंड अध्यक्षों को निर्देश दिया गया है। कार्यक्रम में किसानों को अवगत कराया जाएगा कि नए कृषि कानून के प्रभावी होते ही पूंजीपतियों का खेती पर कैसे कब्जा होगा और किसान उनके गुलाम बनकर रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार लाल किला पर तिरंगा का अपमान हुआ। इसके लिए क्या केंद्र सरकार जिम्मेदार नहीं है? लाल किला की घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है। इस घटना के जिम्मेदार अफसरों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।