-राबड़ी बोली-लालू की सजा के सदमे में हुई मौत

PATNA: चारा घोटाले में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव को साढ़े तीन साल कैद की सजा के अगले दिन संडे को उनकी इकलौती बहन गंगोत्री देवी का निधन हो गया। 75 वर्षीय गंगोत्री लंबे समय से बीमार थीं। पिछले माह पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। गंगोत्री के निधन की सूचना मिलते ही राबड़ी समेत पूरा परिवार उनके आवास पर पहुंचा। राबड़ी ने कहा कि गंगोत्री का निधन लालू की सजा के सदमे से हुआ है। लालू के वकील उनके पैरोल के लिए कोशिश कर रहे हैं, ताकि वह अपने छह भाइयों में इकलौती बहन के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें।

आज चक्रपाण में अंतिम संस्कार

गंगोत्री के पुत्र रुदल यादव ने बताया कि मां बहुत दिन से बीमार थी। सर्दी-खांसी की भी समस्या थी। संडे की दोपहर करीब पौने 12 बजे अचानक हिचकी आई और निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार गोपालगंज के चक्रपाण गांव में सोमवार को होगा। गंगोत्री का परिवार पटना के वेटनरी कॉलेज कैंपस स्थित उसी चपरासी क्वार्टर में रहता है, जहां 1990 में पहली बार सीएम बनने के बाद लालू ने छह महीने तक रहकर सरकार चलाई थी।

तेजस्वी ने दुख की घड़ी बताया

गंगोत्री देवी के तीन बेटों में बड़े पुत्र वैद्यानाथ यादव का पिछले साल निधन हो चुका है। दूसरे पुत्र रुदल बिहार पुलिस में कांस्टेबल हैं और राबड़ी देवी की सुरक्षा में नियुक्त हैं। तीसरे पुत्र बैरिस्टर यादव रेलवे में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करते हैं। गंगोत्री की एक पुत्री भी हैं जो पटना में ही ?याही हुई है। उनके पति गोपालगंज में ठेकेदारी करते हैं। रुदल के मुताबिक उनके पिता जगधारी यादव का निधन पांच साल पहले हो चुका है। वह आसाम सरकार के बिजली विभाग में कर्मचारी थे। बुआ के निधन को तेजस्वी यादव ने परिवार के लिए दुख की घड़ी बताया और कहा कि उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।