पटना (ब्यूरो)। सुबह कोर्ट परिसर में वकीलों और मुफस्सिल थाना के एक एएसआई के बीच जमकर झड़प हो गई.यह मामला गुरुवार के दिन का है । दारोगा जी कोर्ट परिसर को भी अपना थाना समझ बैठे थे .दारोगा अभियुक्तों से बात करने के प्रयास को देखते हुए वकील पर हाथ उठा दिए। पुलिसकर्मी के धक्का देते ही एकजुटता दिखाते हुए घटना से आक्रोशित वकीलों ने दारोगा की पिटाई कर दी जिसमें दारोगा का सिर फट गया। जख्मी दारोगा को कोर्ट परिसर में तैनात पुलिस ने तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सा के बाद दारोगा को भेज दिया गया।
पेशी के लिए पहुंचे थे कोर्ट
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को शिक्षक हत्याकांड में गिरफ्तार आठ अभियुक्तों को पेशी के लिए लेकर मुफस्सिल थाना के एसआई चंद्रशेखर आजाद कोर्ट पहुंचे थे। इसके बाद वहां गिरफ्तार युवकों के करीबी उनसे मिलने के प्रयास में लगे थे, जिन्हें पुलिस बार-बार दूर हटा रही थी। इसी बीच पेशी के लिए लाए गए एक कैदी से अधिवक्ता सुनील मिश्रा भी बात करने के प्रयास मेंं लगे थे। बताया जाता है कि अधिवक्ता बगैर यूनिफार्म के थे जिससे एएसआई उन्हें पहचान नहीं सके और एक-दो बार अलग रहने की हिदायत देने के बाद हाथ उठा दिए । न्यायालय परिसर में काले कोट वाले से पंगा लेना महंगा पड़ गया ।
एएसआई की जमकर हुई पिटाई
मौके पर देखते ही देखते कई अधिवक्ता जमा हो गए और वर्दी का रौब दिखा रहे एएसआई की जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बबन ओझा ने बीच-बचाव का प्रयास करते हुए कहा कि यह एक संयोग हो सकता है और इसको तूल देने की जरुर नहीं है।

कोर्ट परिसर में विवाद की वजह
सदर अस्पताल में उपचार के लिए पहुंची एएसआई सीएस ङ्क्षसह ने बताया कि शिक्षक हत्या कांड के आरोपितों को लेकर पुलिस न्यायालय गई थी। इतने में कुछ लोग उनसे बात करने लगे जिनमें अधिवक्ता भी शामिल थे और अपने मुवक्किल से गुफ्तगू कर रहे थे। पुलिस वाले ने उन्हें टोका वे नहीं माने तो धक्का दे दिया। बस इसी बात के लिए विवाद बढ़ा और मारपीट हो गई।

इस संबंध में थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि मारपीट में पुलिसकर्मी का सिर फट गया है और उनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल जख्मी एएसआई को खतरे से बाहर बताया जा रहा है।