PATNA : नई बिल्डिंग बाइलॉज में नक्शा को जल्द मिलेगी मंजूरी। विशेष तौर पर 300 वर्गमीटर जमीन पर 10 मीटर ऊचांई में बनने वाले मकान के नक्शा को तत्काल स्वीकृति मिलेगी। आबादी के घनत्व को देखते हुए 30 फीट पुरानी और 40 फीट नई सड़कों पर बनने वाले मकानों की ऊंचाई पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। ये बातें बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कंफेडरेशन ऑफ रीयल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) में कही। उन्होंने बताया कि नई बिहार बिल्डिंग बायलॉज को अंतिम स्वरूप दे दिया गया है। इसे महीने के अंत तक कैबिनेट की मंजूरी मिल जाएगी। अब ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए भवन निर्माण के लिए नक्शा व अन्य विभागों की स्वीकृति समय सीमा के साथ दी जाएगी।

बनेंगे 25 हजार किफायती आवास

के्रडाई की ओर से बिहार में 2022 तक 25 हजार किफायती घर बनाने की प्रतिबद्घता व्यक्त की गई। क्रेडाई की ओर से इस वर्कशॉप का संचालन लीगल एंड अफोर्डेबल हाउसिंग कमेटी के चेयरमैन शांतिलाल कटारिया ने किया। इस मौके पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि 2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराने के लिए किफायती आवास एवं मलिन बस्ती नीति में संशोधन कर बिल्डर को 15 प्रतिशत अतिरिक्त एफएआर (फर्श क्षेत्र अनुपात) देने का सरकार ने निर्णय लिया है। आश्रय निधि के तहत भी बिल्डर को बड़ी राहत दी गयी है।

मोदी ने कहा कि नई बिल्डिंग बाईलॉज के तहत निर्माणाधीन भवनों की संयुक्त निरीक्षण की जा सकेगी। इसके अलावा सरकार निर्माण कंपनियों से लेबर सेस वसूलने की प्रक्रिया का भी सरलीकरण करेगी।