पटना (ब्यूरो)। मार्च का महीना है। यह महीना टारगेट का माना जाता है। हर अधिकारी व कर्र्मी अपने-अपने विभाग के टारगेट को पूरा करने में लगा है। आलम यह है कि दिए गए टारगेट को पूरा करने के लिए लोगों के जीवन से सुकुन दूर है। कई ऐसे विभाग है जहां अधिकारी व कर्मी सुबह से लेकर देर रात तक काम कर रहे है। यहां तक कि उस विभाग की सारी छुट्टियां भी 31 मार्च तक रद्द कर दी गई हैैं। आज पढि़ए जिला निबंधन कार्यालय की रिपोर्ट

निबंधन कार्यलय रात में भी कर रहा काम

निबंधन विभाग राजस्व लक्ष्य से काफी पीछे था। इससे परेशान विभाग ने फरमान जारी कर दिया कि जबतक लक्ष्य पूरा नहीं होता तब तक विभाग के कार्यालय देर रात तक काम करेगा। दिनभर में जितनी रजिस्ट्री होगी, शाम को उसका रजिस्ट्रार द्वारा सत्यापन किया जाएगा। यहां तक कि नापी/रकबा में गलती, गलत चौहद्दी, गलत रोड, संपत्ति के प्रकार में अंतर पाए जाने पर जुर्माना तो होगा ही मुकदमा भी दर्ज करने को कहा गया है। जांच की यह व्यवस्था फिलहाल 31 मार्च तक लागू रहेगी। इसमें ज्यादा फोकस फ्लैट, मकान, दुकान यानी निर्मित संरचनाओं के निबंधन पर है।

राजस्व लक्ष्य से विभाग था पीछे

विभाग के सहायक निबंधन महानिरीक्षक मनोज कुमार संजय ने बताया कि इस व्यवस्था को 31 मार्च तक सभी जिलों में लागू किया गया है। विभाग में नवंबर माह तक लक्ष्य के विरुद्ध महज 621 करोड़ की वसूली हुई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कठोर कदम उठाया गया था। साथ ही सबको कहा गया था कि कारपेट एरिया की गलत जानकारी देने पर दंड लगेगा। यह मुहिम वित्तीय वर्ष के बचे हुए दिनों में कर चोरी रोक कर राजस्व बढ़ाने के लिए चलाई गई थी। किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जुर्माना, एफआईआर समेत अन्य कार्रवाई का प्रावधान रखा गया था।

रविवार को भी काम कर रहा विभाग

जिला अपर निबंधक धनंजय कुमार राव ने बताया कि दिनभर होने वाली रजिस्ट्री की शाम से ही जांच की जा रही है। निबंधन विभाग की सभी छुट्टियां 17 नवंबर को जारी किए गए आदेश के बाद से निरस्त हैं। ऐसे में सभी निबंधन कार्यालय रविवार को भी काम कर रहे हैं।

शाम 5.30 बजे के बाद होगी छानबीन

निबंधन विभाग के द्वारा जिला अपर निबंधक को अपनी टीम के साथ दिन में होने वाली रजिस्ट्री की जांच शाम 5.30 बजे के बाद करने का निर्देश दिया गया है। प्रतिदिन जिले में होने वाले स्थल निरीक्षण कार्य की गूगल शीट में विभाग को उपलब्ध करानी है। निरीक्षण में खर्च का भुगतान विभाग के द्वारा किया जा रहा है। ॉ

राजस्व वसूली की स्थिति

निबंधन विभाग ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5500 करोड़ राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है, लेकिन नवंबर माह तक लक्ष्य के विरुद्ध महज 621 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पाई थी। राजस्व वसूल करने में विभाग लक्ष्य से काफी पीछे था। पटना निबंधन कार्यालय के वरीय लिपिक अरुण कुमार महाराज के अनुसार भले ही विभाग द्वारा सख्त कदम उठाए गए लेकिन उसका सुखद परिणाम यह है कि आज विभाग अपने 5500 करोड़ के लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है। शेष दिन बचे हैैं। हालांकि निबंधन विभाग रविवार को भी खुला रहेगा। रामनवमी के दिन भी विभाग में रजिस्ट्री का काम होगा।

एक दिन में 200 से अधिक रजिस्ट्री

विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की मानें तो शनिवार को ही जिला निबंधन कार्यालय में 200 से अधिक रजिस्ट्री के लिए आवेदन आए है। ऐसा आलम प्रतिदिन रहता है। इसकी मुख्य वजह एक अप्रैल से राज्य में अपार्टमेंट में फ्लैट, दुकान और ऑफिस स्पेस खरीदना महंगा होने जा रहा है, क्योंकि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने बिहार रियल इस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) के नए नियम को लागू करने होने वाले घाटे को दूर करने के लिए रजिस्ट्री शुल्क में बढ़ोतरी की तैयारी की है। निबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक रजिस्ट्री शुल्क मर्ज कर 15 से 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हो जाएगी।