पटना (ब्यूरो)। फेस्टिव सीजन आने के साथ सोशल मीडिया पर भी लूट बाजार सज चुका है। अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर अन्य ट्रेडिंग एप पर यह बाजार सजा है। जहां पर ब्रांड के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। इससे इतर इन एप के माध्यम से साइबर फ्रॉड के मामले भी बढ़ गए हैं। सोशल मीडिया पर फेस्टिव धमाका व बम्पर छूट के नाम पर ठगी के साथ साइबर फ्रॉड के केसेस की बाढ़ सी आ गई है।

केस नंबर 1
गर्दनीबाग के रहने वाली अनीमा कुमारी की बात कबक नाम के एक शख्स के साथ होती थी। यह सिलसिला काफी दिनों से चल रहा था। कबक ने खुद को अनीमा के सामने विदेशी शख्स के तौर पर प्रोजेक्ट किया था। उसने अनीमा से बताया कि भारत में फेस्टिव सीजन के नाम पर इंटरनेशनल कंपनियां अपने प्रोडक्ट पर भारी छूट दे रही है। जिसके बाद कबक ने अनीमा को एक लड़की का नंबर दिया। लड़की ने अनीमा से संपर्क कर उससे बताया कि ऐजमेस ब्रांड की ज्वेलरी जिसकी कीमत लाखों में होती है उसे आप ले सकते हैं। यह बेहद कम कीमत पर मिल रही है। इसके बाद उनसे 37 हजार की मांग की जाती है। अनीमा उसे फोन-पे पर पैसा भेज देती है। लेकिन फिर उससे दूबारा पैसे की मांग की जाती है। जिसके बाद उसने लेने से मना कर अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन उस पैसे को देने से मना कर दिया गया। अनीमा ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है।

केस नंबर 2
सोम्या कुमारी पटना की पाटलीपुत्रा कॉलोनी की रहने वाली है। सात अक्टूबर को उन्होंने फेसबुक पर फेस्टिव ऑफर के तहत कुछ ब्रांडेड सैंडल का सेल देखा। जिसके बाद उन्होंने उसका ऑर्डर कर दिया। लेकिन जब यह सैंडल उनके पास पहुंचा तो उन्होंने देखा कि तो बेहद सामान्य सैंडल है। लेकिन वह इसके बाद कुछ कर भी नहीं सकती थी। क्योंकि वापसी का कोई विकल्प नहीं था।

केस नंबर 3
अमरेंद्र कुमार राजीव नगर के रोड नंबर 22 में रहते हैं। फेसबुक पर उन्हें भी दिवान पलंग को लेकर एक बेहद आकर्षक ऑफर दिखा। जिसके बाद उन्होंने दिए हुए नंबर पर बात की। कीमत तय होने के बाद सेलर ने टोकन मनी देने की बात कही। उसने ऑनलाइन टोकन मनी की मांग की। जिसमें अमरेंद्र कुमार का 55 हजार रुपये कट गया। अमरेंद्र ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।

केस नंबर 4
रूपा कुमारी गर्दनीबाग की रहने वाली है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर फेस्टिव सीजन ऑफर धमाका के तहत ब्रांडेड नेकलेस का विज्ञापन देखकर दिए गए नंबर पर बात की। उन्हें यह देखकर ताज्जुब हुआ कि इतना महंगा प्रोडक्ट इतनी कम में क्यों मिल रहा है। नंबर पर फोन करने पर सेलर ने बताया कि फेस्टिव सीजन के चलते कंपनी ऑफर दे रही है। सेलर ने बताया कि स्टॉक लिमिटेड है और यह कभी भी खत्म हो सकता है। ऑनलाइन 75 हजार पेमेंट के बाद भी उन्हें नेकलेस नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई है।

फेस्टिव सीजन ऑफर पर कैसे रियेक्ट करें
साइबर एक्सपर्ट पंकज कुमार ने बताया कि फेस्टिव सीजन में साइबर फ्रॉड करने वाले लोग एक्टिव हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अगर सोशल मीडिया पर कोई ऑफर दिखे तो उसमें कैश ऑन डिलीवरी काविकल्प हो तभी उसका ऑर्डर करें। सामान डिलीवर होने के समय पैसा पेमेंट करने से पहले सामान की अच्छी तरह से जांच कर लें। अगर प्रोडक्ट सही प्रतीत नहीं होता है तब उसे लेने से साफ तौर पर मना करते हुए पेमेंट नहीं करें और उसकी तुरंत शिकायत स्थानीय थाना या फिर साइबर क्राइम पोर्टल पर करें। दूसरी बात कि सोशल मीडिया पर शॉपिंग के समय एक बात ध्यान में रखें कि कोई भी चीज जो आपको सस्ती मिल रही है उसमें कहीं न कहीं कोई झोल हो सकता है। तो इसलिए बेहतर है कि चीजों को फिजिकली जांच कर ही आगे बढ़ा जाए।

ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। कोई आपसे अगर सस्ता का वादा करता है तो वह महंगे चीज अपने घर से पैसे लगाकर आपको नहीं दे सकता है। ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने पर फिर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। ताकि आपके पैसे होल्ड कराए जा सकें।
मानवजीत सिंह ढिल्लो
आईजी ईओयू में पीसी करते हुए