- इंजीनियरिंग की स्टूडेंट आकांक्षा ने घर बैठे किया मेडी रोबोट का निर्माण

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- करीब 1 लाख का खर्च आया

- 3 माह में किया डेवलप

- व्यक्ति का वजन, तापमान, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा, हृदय गति, ब्लड प्रेशर, रक्त में ग्लूकोज की मात्रा इत्यादि का जांच करता है

- जांच रिपोर्ट को दूर बैठे डॉक्टर के पास पहुंचाने में सक्षम है

- हाई रेज्यूलेशन नाइट विजन कैमरा लगा है जो 360 डिग्री घूम कर सíवलांस का काम करता है

PATNA :

कोरोना काल में एक तरफ जहां जिंदगी की रफ्तार रूक सी गई है। महामारी ने लोगों की जिंदगी पर फूल स्टॉप लगा दिया है। ऐसे समय में भी यूथ इनोवेशन में पीछे नहीं हैं। एक ऐसा ही नाम है इंजीनियरिंग की स्टूडेंट आकांक्षा का। जिसने देश और राज्य में बड़ी संख्या में डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ के संक्रमित होने और उससे हो रही मृत्यु को देखते हुए अपने पिता योगेश कुमार की मदद से मेडी रोबोट बनाया है। डॉक्टर/स्वास्थ्य कर्मी को कोविड-19 की महामारी से बचाने की मुहिम में एक अनोखा मेडी रोबोट बनाया है।

पहले लॉकडाउन से चल रही तैयारियां

आकांक्षा बताती हैं कि हमने बेसिक रोबोट का प्रोटोटाइप पहले लॉकडाउन यानी 2019 के दौरान ही बना लिया था। लेकिन इस मेडी रोबो को तकनीकी रूप से इतना समृद्ध और उपयोगी बनाने में समय लगा। इसके वर्तमान स्वरूप और कार्य को देख, आपको यह विश्वास ही नहीं होगा कि एक घर में माइक्रो कंट्रोलर तथा कोडिंग की सहायता से यह अत्याधुनिक मल्टी परपस रोबोट बना है। इस रोबोट को बनाने में 3 महीने और करीब 1 लाख का खर्च आया है।

मरीज की जांच में भी है कारगर

यह रोबोट किसी भी मरीज लाचार व्यक्ति का वजन, तापमान, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा, हृदय गति, ब्लड प्रेशर, रक्त में ग्लूकोज की मात्रा इत्यादि का जांच करता है। यह ई.सी.जी। और वायरलेस स्टेथेस्कोप से भी लैस है। यह रोबोट इन महत्वपूर्ण जांच रिपोर्ट को दूर बैठे डॉक्टर के पास पहुंचाने में सक्षम है। करोना काल में देश विदेश में बने रोबोट के बेसिक कार्य ट्रांसपोर्टेशन, सर्वेलेंस, कम्युनिकेशन और सैनिटाइजेशन का कार्य तो यह मेडी रोबो करता ही है। इसके अलावा यह रोबोट किसी भी मरीज/लाचार व्यक्ति का बेसिक मेडिकल एग्जामिनेशन प्रामाणिकता के साथ दूर से और रियल टाइम डाटा और डाटा बेस के साथ करता है।

नाइट विजन में भी करता है काम

इस रोबोट में हाई रेज्यूलेशन नाइट विजन कैमरा लगा है जो 360 डिग्री घूम कर सíवलांस का काम करता है, साथ ही यह कैमरा डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा संवाद भी स्थापित करने में भी बहुत उपयोगी है। यह रोबोट कम और संकरी जगह पर भी आसानी से काम करता है। इस रोबोट में इमरजेंसी में उपयोग के लिए ऑक्सीजन, प्राण रक्षक दवा और नेब्यूलाइजर की भी व्यवस्था है। केमिकल तथा यूवी लाइट के द्वारा यह सैनिटाइजेशन का काम भी करता है। इसमें क्यू आर कोड की की मदद से ई प्रिस्किप्सन की भी सुविधा है।

राष्ट्रीय स्तर पर मिली है पहचान

पिता-पुत्री की जोड़ी ने इसके पूर्व भी कई इनोवेशन किए है। घर की सिक्योरिटी, सेंसर सहित कई चीजें जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनाया है। रोबो को भारत सरकार के मानव संशाधन मंत्रालय के अंतर्गत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिसद के छात्र विश्वकर्मा अवार्ड के फाइनल राउण्ड के लिए चयनित किया गया है। वहीं कैबिनेट मंत्री, रवि शंकर प्रसाद और अखिल भारतीय आयुíवज्ञान संस्थान द्वारा इस रोबो के गुणों की सराहना की जा चुकी है।

रोबोट का विशिष्ट कार्य

यह रोबोट किसी भी संक्रमित मरीज/ लाचार व्यक्ति का बेसिक मेडिकल जांच प्रामाणिकता के साथ दूर से और रियल टाइम डाटा और डाटा बेस के साथ निम्नलिखित जांच करता है।

1. रक्त में ग्लूकोस की मात्रा

2. ऑक्सीजन की मात्रा

3. हृदय गति

4. तापमान

5. ब्लड प्रेशर

6. वजन

7. ईसीजी

8. वायरलेस स्टेथेस्कोप से फेफड़ा, हृदय इत्यादि की जांच।

रोबोट का बेसिक कार्य

परिवहन - संक्रमित व्यक्ति को दवा, खाना, पानी, नेबुलाइजर और ऑक्सीजन इत्यादि पहुंचाना।

निगरानी - हाई रेज्यूलेशन नाईट विजन कैमरा से 360 डिग्री घूम कर मरीज और हॉस्पिटल का सíवलांस।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग - हाई रेज्यूलेशन कैमरा द्वारा डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा संवाद।

सैनिटाइजेशन - केमिकल तथा यूवी लाइट के द्वारा पब्लिक पेलेस जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कार्यालय और हॉस्पिटल का रिमोट द्वारा सैनिटाइजेशन।

ई-प्रिस्किप्सन - क्यू आर कोड की की मदद से ई-प्रिस्किप्सन की सुविधा।