PATNA : नालंदा मेडिकल कॉलेज परिसर में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं। कॉलेज परिसर के ग‌र्ल्स हॉस्टल की छत पर रविवार की रात दो अज्ञात युवक टहलते दिखे। इस बात को लेकर छात्राओं ने सोमवार को कॉलेज में जमकर हंगामा किया। छात्राओं ने का आरोप है कि एक युवक छत पर टहल रही एक छात्रा को पकड़ने का प्रयास किया। प्राचार्य कार्यालय के गेट में ताला लगाकर छात्र-छात्राएं बाहर बैठ गए। उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह सुरक्षा की मांग कर रही थीं। छात्राओं का आरोप था कि मदद के लिए पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने कुछ नहीं किया। शाम तक परिसर में विद्यार्थियों का हंगामा जारी रहा। शाम में प्राचार्य डॉ। विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि छात्राओं की मांगों को पूरा करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

हॉस्टल में लगेंगे कैमरे

प्राचार्य ने कहा कि हॉस्टल की छत पर एक युवक के चढ़ने की बात सोमवार की सुबह छात्राओं ने कार्यालय में आकर बतायी। इसके बाद से हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किए जाने को लेकर मैंने कार्रवाई शुरू कर दी। कॉलेज व हॉस्टल में लाइट व कैमरा लगाने के साथ ही महिला सुरक्षा कर्मी तैनात किये जाने की दिशा में पहल की गयी है। छत के टूटे दरवाजा व खिड़की की भी मरम्मत की जाएगी।

रात दो बजे लोगों ने पुलिस को दी सूचना

अगमकुआं थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि एनएमसी के ग‌र्ल्स हॉस्टल में हुई घटना की सूचना न विद्यार्थियों से मिली न ही कॉलेज प्रशासन द्वारा दी गयी। रविवार की रात करीब दो बजे कॉलेज से सटे किसी पड़ोसी के फोन से पता चला कि हॉस्टल में शायद कोई गतिविधि हुई है। सूचना मिलते ही गश्ती पुलिस को रात में कॉलेज भेजा। सुबह जब कॉलेज में हंगामा होने की खबर मीडिया कर्मियों से मिली तब भी पुलिस पहुंची। कॉलेज प्रशासन एवं छात्राओं द्वारा अब तक कोई लिखित सूचना नहीं दी गयी है।

छात्राओं के दहशत का माहौल

कॉलेज परिसर में हंगामा कर रहे छात्र-छात्राओं एवं एनएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रवि रंजन कुमार रमण ने बताया कि हॉस्टल की छत पर दो युवकों के चढ़ने और एक छात्रा के साथ छेड़खानी किए जाने की घटना के बाद से सभी डरी सहमी हैं। छात्राओं ने कहा कि पूरी रात उन्होंने जाग कर बितायी। हंगामा करने के बाद अज्ञात युवक भाग निकला। छात्राओं ने बताया कि घटना के बाद मदद के लिए पहले कंकड़बाग थाना को फोन लगाया। वहां से जवाब मिला कि मेरा क्षेत्र नहीं है। 100 नंबर पर फोन करें। इसके बाद जब अगमकुआं थाना को फोन किया तो किसी ने फोन नहीं उठाया। छात्राओं का कहना था कि हॉस्टल की सुरक्षा के लिए दो निजी पुरुष गार्ड तैनात है। इनके पास केवल लाठी होती है। रात में यह गेट में ताला लगा कर सोने चला जाता है। ऐसे में रात में कोई हादसा होने पर वह गेट के बाहर भी नहीं निकल सकती हैं। वहीं, एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रमण ने पूरे घटच्ना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।