- स्थापना दिवस पर पहुंचे शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी

PATNA

जीवन में कॉलेज के दिनों का खास महत्व है। यह कॉलेज से निकलने के बाद भी हमारे जेहन में रह जाती हैं। मैं भी यहां का पूर्ववर्ती छात्र रहा हूं। तब का दौर और आज का दौर अलग है। लेकिन, उन दिनों को याद कर भावुक हो जाता हूं। ये बातें शनिवार को शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कही। वे यहां बतौर मुख्य अतिथि मंच पर उपस्थित थे। यह मौका था पटना कॉलेज के 159वें स्थापना दिवस का। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ अशोक कुमार, वीसी प्रो। जी के चौधरी, पूर्व वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह समेत अन्य कई उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान गुब्बारा उड़ाकर, पटना कॉलेज -एक परिचय पुस्तिका का विमोचन हुआ और कॉलेज सिंबल का झंडा फहराया गया।

गौरवशाली इतिहास बताया

इस अवसर पर पूर्व वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद ने पटना कॉलेज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने प्रिंसिपल के कार्यकाल को याद किया और उस दौर में किए गए महत्वपूर्ण कार्यो को याद किया। हालांकि इस दौरान मंच से ही वीसी प्रो। जीके चौधरी ने कहा कि यह हेरिटेज कॉलेज है और इसके विकास के लिए सरकार से कुछ सहयोग की मांग की। हालांकि इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

सम्मानित किए गए

लॉकडाउन के दौरान इससे पूर्व भी कई शिक्षक पटना कॉलेज से रिटायर हो गए। इनमें अधिकांश शिक्षकगण व कार्यरत शिक्षकगण मौके पर उपस्थित रहे। उन्हें मंत्री अशोक चौधरी ने सम्मानित किया। इसमें प्रो। डेजी नारायण, डॉ आरएस आर्या, डॉ रणधीर कुमार सिंह, डॉ अभय कुमार, प्रो। मो। शरीफ समेत कई उपस्थित रहे।

ज्ञापन देकर मांग किया

कॉलेज के स्थापना दिवस कार्यक्रम के उपरांत शिक्षा मंत्री को गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधिमंडल ने डॉ विद्यानंद विधाता के नेतृत्व में मिला। सभी ने गेस्ट टीचरों के स्थायीकरण और यूजीसी के अनुसंशित वेतनमान 50 हजार को लागू करने की मांग की। उन्होंने उनकी मांगे पूरी करने का भरोसा जताया।