-स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज पर सीएम नीतीश कुमार ने की चहलकदमी

- जू सफारी में वन्य जीवों को लाने की प्रक्रिया शुरू

BIHARSHARIFF: अगले वर्ष 2021 में मार्च तक राजगीर में बन रही नेचर सफारी के निर्माण कार्य पूरे पूरे हो जाएंगे और इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। जू सफारी का कार्य भी लास्ट फेज में है। देशभर के जैविक उद्यानों से शेर, बाघ, भालू सरीखे वन्य जीव लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सैटरडे को पांच सौ हेक्टेयर में नेचर सफारी और 191 हेक्टेयर में बन रही जू सफारी का मुआयना करने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने यह बातें कहीं।

वैभारगिरी को निहारते रहे सीएम

सीएम ने कहा कि नेचर सफारी उसी राजगीर-जेठियन मार्ग के आस-पास बन रही है, जिस मार्ग से ज्ञान प्राप्ति से पहले और बाद में भगवान बुद्ध बोधगया से राजगीर पहुंचे थे। सीएम ने नेचर सफारी के प्रमुख आकर्षण स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज पर खुद चहलकदमी की और वैभारगिरी की दो चोटियों के बीच के शानदार दृश्य को देर तक निहारते रहे। 85 फीट लंबा व 5 फीट चौड़ा यह ब्रिज 200 फीट ऊंचा है। यह विश्व का तीसरा, देश का दूसरा और बिहार का पहला स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर सफारी की सुरक्षा को विशेष पुलिस बल की तैनाती होगी। मार्ग को और सुगम बनाया जाएगा।

मगध के गौरव को वापस लाने का प्रयास

सीएम ने कहा कि राजगीर मगध साम्राज्य की राजधानी रही है। हम उसके गौरव को वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। जू सफारी और नेचर सफारी पर्यटन के क्षेत्र में नया आयाम जोड़ेगी। राजगीर में नालंदा यूनिवर्सिटी, इंटरनेशनल स्टेडियम, स्पो‌र्ट्स एकेडमी जैसी बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। यहां खेल यूनिवर्सिटी की स्थापना का भी फैसला लिया गया है।

आपूर्ति शुरू होने पर बंद होंगी निजी बो¨रग

सीएम नीतीश कुमार ने राजगीर में घटते भूगर्भ जलस्तर को लेकर ¨चता जताते हुए कहा, नए साल में सितंबर तक घोड़ाकटोरा में जलाशय का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा। पटना के मरांची से पाइपलाइन के सहारे गंगाजल लाया जाएगा। गंगा जल की राजगीर में सप्लाई शुरू होने के बाद निजी बो¨रग बंद करा दी जाएंगी। नालंदा विवि, पुलिस अकादमी, सीआरपीएफ ट्रे¨नग कैम्प, सभी जगह गंगा जल की आपूर्ति कराई जाएगी। सीएम ने कहा कि राजगीर का प्रमुख आकर्षण गर्म जलकुंड है। यह प्राकृतिक जलस्रोत खत्म हुआ तो राजगीर की पहचान पर असर पड़ेगा।