-टीम पहुंचने पर नवादा जिला प्रशासन अलर्ट

NAWADA: 31 मार्च से दो अप्रैल के बीच 15 लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई, तो नवादा जिला प्रशासन पहले इनकार करता रहा। बिना प्राथमिक जांच के ही जहरीली शराब से मौत को नकारा गया। जब सीएम के निर्देश पर सैटररे को जांच टीम पहुंची तो नवादा जिला प्रशासन एक्शन में दिखा। गांव के चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है। सात प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं।

दोषी पर होगी कार्रवाई

उत्पाद आयुक्त ने कहा कि सात अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू चल रही है। इस बाबत बहुत सारे इनपुट और लीड मिले हैं जिसके आधार पर जांच का कार्य चल रहा है। जिला और पुलिस प्रशासन के स्तर पर एसआइटी का गठन किया जा चुका है। मामले को लॉजिकल एंड तक पहुंचाया जाएगा। अभी जांच चल रही है। जो दोषी होंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि सीएम के निर्देश पर जांच करने उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी के नेतृत्व में आइजी मद्य निषेध अमृत राज आदि नवादा पहुंचे।

टीम ने नकली शराब की बात स्वीकारी

यहां पहुंची उच्चस्तरीय जांच टीम ने शनिवार को मीडिया के समक्ष यह कहा कि जिले प्रथम दृष्टया ये मौतें नकली शराब के सेवन से हुई हैं। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने परिसदन में पत्रकारों से कहा कि खुफिया सूचना, समीक्षा, छापेमारी और सर्च अभियान के आधार पर इस बात की पुष्टि हो रही है। लेकिन, इसकी संपुष्टि बिसरा और केमिस्ट जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी.े

फिर जिला प्रशासन ने की पुष्टि

इसके बाद जिला प्रशासन ने भी 15 लोगों की शराब से मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी। डीएम यशपाल मीणा और एसपी धूरत सायली साबलाराम ने घटना को दुखद बताया और कहा कि चार लोगों का बिसरा पटना लैब भेजा गया है। अब तक सात प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ में अहम जानकारियां और पुख्ता सबूत मिले हैं।

अब तक चार लोग अंधेपन का शिकार

जहरीली शराब से दो और लोगों के आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया है। शुक्रवार की रात बुधौल गांव के पुतुल राम उर्फ लोहा मैन को सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया। स्वजनों का कहना है कि पुतुल के आंखों की रोशनी चली गई है। सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे पटना रेफर कर दिया गया। वहीं शनिवार को हिसुआ थाना क्षेत्र के छतिहर गांव निवासी सीताराम चौधरी को भी आंख की रोशनी जाने और पेट दर्द की शिकायत पर सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। सीताराम का कहना है कि गांव में ही दो गिलास शराब पी थी। उसके बाद पेट में दर्द होने लगा। वहीं अकबरपुर थाना क्षेत्र के गोसाईं बिगहा के विनोद चौधरी का भी सदर अस्पताल में इलाज कराया गया। स्वजनों का कहना था कि कच्ची शराब पीने से गले में जलन और पेट में दर्द हो रहा है। गौरतलब है कि शराब पीने से अबतक चार लोगों के आंखों की रोशनी चली गई है।