- आईजीआईएमएस अधिकारियों की बैठक में लिया गया निर्णय, बाद में सुविधा इमरजेंसी में भी लागू होगी

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-5 हजार रुपए मेडिसीन विभाग में भर्ती होने वाले मरीजों जमा कराने होंगे

-10 हजार रुपए जमा कराने होंगे सर्जिकल विभाग में भर्ती मरीजों को

-15 अप्रैल से सभी दवा उपलब्ध होगी, अभी आवश्यक दवा ही उपलब्ध

-10 फीसदी राशि बचने पर ही स्वजनों को और रुपये जमा कराने के लिए कहा जाएगा

PATNA :

इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आईजीआईएमएस) में अब भर्ती होने वाले मरीजों को दवा के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। संस्थान की ओर से संचालित सेंट्रल ड्रग स्टोर से ही दवा उपलब्ध हो सकेगी। फिलहाल चुनिंदा दवा ही दी जा रही है, लेकिन 15 अप्रैल से सभी दवा उपलब्ध होगी। ये दवाएं बाजार से सस्ती होंगी।

बाद में यह सुविधा इमरजेंसी में भी लागू होगी।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ। मनीष मंडल ने बताया कि वर्तमान में दवा के लिए मरीजों को ज्यादा पैसे देने के बावजूद आवश्यक दवाएं नहीं मिल पाती हैं। ऐसे में निदेशक डॉ। एनआर विश्वास की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने सेंट्रल ड्रग स्टोर चलाने का निर्णय लिया है। इसी से अब भर्ती होने वाले मरीजों को दवाएं उपलब्ध होंगी।

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जमा करानी होगी राशि

डॉ। मनीष मंडल ने बताया कि भर्ती होने के समय ही सेंट्रल ड्रग स्टोर सुविधा के लिए सहमति देनी होगी। इसके बाद सर्जिकल संबंधी मरीजों को 10 हजार रुपए तथा मेडिसीन वालों को पांच हजार रुपए एडवांस जमा कराने होंगे। मरीज की राशि 10 फीसदी तक बची रहेगी तो परिजन को और रुपए जमा कराने के लिए सूचित किया जाएगा।

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कर्मियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

सेंट्रल ड्रग स्टोर सुविधा को लागू करने से पहले संस्थान के कर्मियों को अब एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए संस्थान के नर्सिंग, पारा मेडिकल, चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी को प्रशिक्षण मिलेगा। उन्हें यह बताया जाएगा कि दवा कैसे उपलब्ध होगी।

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एम्स में लागू यह सिस्टम

एम्स पटना में पहले से ही यह सिस्टम लागू है। एम्स निदेशक डॉ। पीके सिंह ने इस सुविधा को लगभग दो वर्ष पहले लागू किया है। वहां सभी मरीजों के लिए यह सुविधा लागू है। साथ ही आइसीयू, नॉर्मल मरीजों के लिए प्रतिदिन के हिसाब से भी दवा की दर भी फिक्स है। इससे मरीजों को काफी लाभ भी मिल रहा है।