-पूरे क्षेत्र को तार से घेर दिया फिर भी अतिक्रमणकारियों ने जीपीओ पुल के नीचे बना लिया है अपना आशियाना

PATNA: पटना में साफ सफाई और अतिक्रमण हटाने के जिला प्रशासन और नगर निगम भले कितनी भी दलीलें कर लें लेकिन इसका रिजल्ट पटना में बहुत कम ही नजर आ रहा है। अधिकांश जगहों पर अतिक्रमणकारी अपना अड्डा अभी भी जमाए हुए हैं। ऐसा ही एक इलाका है पटना का सबसे व्यस्त इलाका माने जाने वाला जीपीओ गोलंबर। यह इलाका अक्सर अतिक्रमणकारियों से घिरा तो रहता ही है साथ ही ये इलाका कई अतिक्रमणकारियों का निवास स्थल भी बनता जा रहा है। जिला प्रशासन की कोशिशों को ठेंगा दिखाते हुए पुल के नीचे कई लोग झोंपडि़यां बनाकर रह रहे हैं। पुलिस और नगर निगम के कर्मियों की निगाह भी इस ओर जाती है, लेकिन आजतक कार्रवाई नहीं हुई।

हुई है तार से बैरकेडिंग

जीपीओ गोलंबर से तारामंडल के रास्ते में पुल के नीचे प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पुल के नीचे के हिस्से को ऊंचा कर पूरे क्षेत्र को तार से घेर दिया गया, लेकिन फिर भी लोगों ने डेरा जमा लिया।

कई सालों से है झोंपड़ी

ऐसा नहीं है कि ये झोंपड़ी हाल में बनी है। बल्कि कई सालों से ये लोग इसी तरह रह रहे हैं। कभी ये पुल के एक हिस्से में रहते है तो कभी दूसरे में। सालों से वे इसी तरह से रह रहे हैं। न तो इन पर अतिक्रमण हटाओ दस्ता की नजर जाती है न किसी अधिकारी की।

पुलिस वसूलती है हफ्ता

इनमें रहने वाले निवासी बताते हैं कि पुलिस वाले हमसे हफ्ता वसूलते हैं। हर घर से वसूली मिलती है। हमारे पास ज्यादा सामान नहीं होता है। जब भी कोई बड़े अधिकारी आने वाले होते हैं तो हमें सूचना मिल जाती है। सारे सामान को समेट लिया जाता है। दिन भर हम यहीं आस पास रह जाते हैं कार्रवाई के बाद फिर से घर बना लेते है।

हर समय मौजूद रहती है पुलिस

जीपीओ गोलंबर के पास हमेशा पुलिस की गाड़ी खड़ी होती है। पुलिस वालों की आंखों के सामने ये घर छिपते हैं और फिर से सज जाते हैं। ऐसे में ये पुलिस प्रशासन पर बड़ा सवाल है कि क्या ये बिना किसी सांठगाठ के बिना चलना संभव है। अगर नहीं तो अभी तक इस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?