GOPALGANJ: बिहार के गोपालगंज जिले के मीरगंज रजिस्ट्री कचहरी पथ निवासी डॉ। अवनीश कुमार को न्यूटन अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप के लिए चुना गया है। 2020 के लिए घोषित यह फेलोशिप विश्व के चु¨नदा होनहार तथा विशिष्ट प्रतिभा वाले शोधार्थियों को दी जाती है। ब्रिटिश अकादमी, रॉयल सोसाइटी तथा अकादमी ऑफ मेडिकल साइंसेज की ओर से प्रदान की जाने वाली न्यूटन इंटरनेशनल फेलोशिप दुनिया की सबसे स्पर्धात्मक तथा प्रतिष्ठित फेलोशिप है।

सहयोग को बढ़ावा देने के लिए फेलोशिप

फेलोशिप ब्रिटेन तथा अन्य देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दी जाती है। बेंगलुरु के अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर अवनीश दो साल के अध्ययन अवकाश पर यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबरा(स्कॉटलैंड) में शोध करेंगे। डॉ। अवनीश ने बताया कि वे पिछले कई साल से बिहार और महाराष्ट्र के ग्रामीण परिवेश पर शोध कर रहे हैं।

आर्थिक विचारों पर करेंगे शोध

उनकी मुख्य रुचि ग्रामीण आर्थिक और सामाजिक विकास, सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, जातिविहीन समाज की स्थापना, भोजपुरी भाषाई और लोक संस्कृति जैसे विषयों में है। उनके शोधपरक आलेख अंग्रेजी और ¨हदी की पत्र-पत्रिकाओं में छपते रहे हैं। उन्होंने बताया कि न्यूटन अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप में वे एडिनबरा में दक्षिण एशियाई अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष तथा मशहूर समाजशास्त्री प्रोफेसर ह्यूगो गोर्रिंज के साथ बाबा साहब डॉ। भीमराव आंबेडकर के आर्थिक विचारों पर शोध करेंगे।

पिता रजिस्ट्री ऑफिस

में स्टांप विक्रेता

डॉ.अवनीश गोपालगंज जिले के एक साधारण परिवार से हैं। उनके पिता चंद्र प्रकाश द्विवेदी जिले के मीरगंज स्थित रजिस्ट्री ऑफिस में स्टांप विक्रेता हैं। डॉ। अवनीश ने अपनी आरंभिक शिक्षा गोपालगंज के ही जवाहर नवोदय विद्यालय से पूरी की है। उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया और एमए, एमफिल और पीएचडी मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज से किया।