पटना (ब्यूरो)। शनिवार को वेतनमान और स्थायीकरण समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर पटना की सड़कों पर सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदी अधिकार यात्रा के दौरान गांधी मैदान इलाके को घेर लिया। इससे पूरा पटना शहर जाम हो गया। पटना में भीषण सड़क जाम को हटाने के लिए प्रशासन के लोगों ने जीविका दीदी पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर सड़क जाम को खाली कराया।

बता दें कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा से जीविका दीदियों की पदयात्रा निकली, जो आज 300 किलोमीटर पैदल चलकर पटना के रामगुलाम चौक पहुंची थी। इसके बाद यहां राज भवन मार्च निकाला गया था, लेकिन पुलिस ने इन लोगों को पटना के जेपी गोलंबर पर ही रोक लिया।

वाटर कैनन का प्रयोग

सभी कई घंटे तक पटना के जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन करती रही। इस कारण पूरे तरीके से यहां यातायात बाधित रहा। मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए थे। काफी देर तक प्रदर्शन करने को लेकर व जीविका दीदियों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह समझकर उन लोगों को वहां से हटाया गया और फिर यातायात सुगम कराया गया।

मांग नहीं मानी तो होगा आंदोलन

प्रदर्शन के दौरान जीविका दीदी चंचला देवी ने साफ तौर से बताया है कि हम लोग अपनी हक के लिए लड़ रहे हैं और हम लोगों की मांग जायज है। जीविका दीदी संघ के नेता अमित कुमार बबलू ने बताया है कि 10 सूत्री मांग है। अगर इन मांगों को सरकार नहीं मांगती है तो गांव-गांव में जन आंदोलन करवा देंगे। इसके बाद पांच सदस्य टीम राज्यपाल से मिलने दंडाधिकारी के द्वारा ले जाया गया।

जीविका दीदियों की मांगें

जीविका दीदियों की 10 सूत्री मांग में मुख्यत: पहचान पत्र देने,2000 मासिक वेतन को बढ़कर 20000 करने, सभी को इंश्योरेंस सुविधा देने की मांग, नौकरी को परमानेंट करने की मांग

नीतीश सरकार को घेरा

वहीं जीविका दीदी ने सीधे तौर पर नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि वेतनमान और स्थायीकरण समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर जीविका दीदी कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार का इस पर कोई ध्यान ही नहीं है। आज तक हमारी समस्याएं सुनी ही नहीं गई। अपनी समस्या को लेकर नीतीश भइया के पास कई बार आए हैं। लेकिन सुनना तो दूर मिलने तक नहीं दिया गया। समाज सुधार के लिए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिला-जिला घूमकर भाई बहन का रिश्ता बनाया। जीविका का नाम दिया। लेकिन आज उनकी बहनें भूखे मर रही है। देखने वाला कोई नहीं है। इस वजह से नीतीश भैया हमे हमारा अधिकार दीजिए। हमारी अब कोई पहचान नहीं है, इसलिए न्याय मांगने आए हैं। अगर हम सभी को न्याय नहीं मिला तो जीविका दीदी की अंतिम चेतावनी है। अगर हम उनको ताज पहना सकते हैं तो गिरा भी सकते हैं।

कोर्ट

जीविका दीदियों के प्रदर्शन से यातायात पूरी तरह बाधित हो चुका था। वहीं कई एंबुलेंस तथा स्कूली बच्चे इस जाम में फंसे हुए थे। जिसको लेकर इन लोगों को काफी समझाया बुझाया गया और नहीं मानने पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया है तथा पांच सदस्यों को राज्यपाल से मिलने के लिए भेजा गया है। - अशोक कुमार, टाउन डीएसपी