-मुख्यमंत्री ने ब्रांडिंग बिहार डॉट कॉम की लांचिंग की

क्कन्ञ्जहृन्: बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है। इससे जुड़े पुरातात्विक स्थलों के बारे में विस्तार से बताने की जरूरत है। यह नई पीढ़ी को आकर्षित करने के लिए भी जरूरी है। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प भवन में ब्रांडिंग बिहार डॉट कॉम की लांचिंग के अवसर पर कही। एसएयूवी कम्यूनिकेशन ने इस वेबसाइट को तैयार किया है। इस अवसर पर निदेशक उदय सहाय उपस्थित थे। सीएम ने कहा कि चंपारण का मिरचइया चूड़ा और भागलपुर का कतरनी चावल बिहार के विशिष्ट खाद्य उत्पादों में एक है। जिसे लोगों को दिखाकर बताने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार में काफी कुछ किया जा रहा है। बोधगया, राजगीर, वैशाली, नालंदा व तेल्हाड़ा के पुरातात्विक स्थलों पर काम किया हो रहा है। राजगीर में वेणु वन को विस्तारित किया जा रहा है। झील में भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाई जा रही है। बोधगया को भी विकसित किया जा रहा है। लखीसराय के क्रिमिला में लाल पहाड़ी की खुदाई की गई तो पता चला है कि वहां महिला बौद्ध विहार था। वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में इको टूरिज्म को विकसित किया जा रहा।

वेबसाइट से बढ़ेगी रुचि

सीएम ने ने कहा कि बिहार के जो लोग देश के बाहर रह रहे हैं उनकी बिहार के बारे में जिज्ञासा बनी रहती है। वेबसाइट से लोगों की बिहार के बारे में रुचि बढ़ेगी और लोग अपने इतिहास को जान सकेंगे। साथ ही बिहार की ब्रांडिंग होगी। सीएम को एसएयूवी की टीम ने पटना कलम की पेंटिंग भेंट की। इस अवसर पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त शशिशेखर शर्मा, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव रवि परमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अतीश चंद्रा, मनीष कुमार वर्मा, विनय कुमार, विशेष सचिव अनुपम कुमार और ओएसडी गोपाल सिंह मौजूद थे।