PATNA : जिले में अवैध रुपये से फल-फूल रहे अवैध मैरिज गार्डन और उनसे होने वाली काली कमाई पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बड़ा खुलासा किया था। जिसके बाद निगम प्रशासन हरकत में आ चुका है। पटना नगर निगम का मानना है कि जल्द ही शहर में चल रहे मैरिज गार्डन के लिए एक मानदंड तय होगा और उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होगा। साथ ही निगम मैरिज गार्डनों से निकलने वाले कचरे के ट्रीटमेंट की पूरी दारोमदारी उनके संचालकों पर डालेगी। इसके अलावा मैरिज गार्डन के संचालकों से रेवेन्यू भी वसूल किया जाएगा। इस बारे में नगर निगम के अपर आयुक्त ने बताया कि मैरिज गार्डन के लिए नियम तैयार कर प्रस्ताव को नगर विकास विभाग को भेज दिया गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।

पटना में चल रहे 500 अवैध मैरिज गार्डन

जिले में करीब 500 से अधिकमैरिज गार्डन का संचालन हो रहा है। जिसके लिए निगम और दूसरे विभागों से एनओसी की जरूरत होती है। मैरिज गार्डन संचालन में मानदंड का पालन करते हुए विवाह पार्टियों से शुल्क वसूली में भी शर्तो का पालन होना चाहिए। लेकिन पटना में मनमाने तरीके से चल रहे

मैरिज गार्डन को गंभीरता नहीं लिया गया। लोगों से मानक से कई गुना अधिक तक शुल्क की वसूली की जाती रही। डीजे आई नेक्स्ट ने इस गोरखधंधे का प्रकाशन प्रमुखता से किया था। इस पर गंभीर होकर नगर निगम ने अब कड़ा फैसला लिया है।