- नकाब में आने वाले मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित की जाएगी

- निर्वाचन आयोग ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए किया फैसला

- पहचान के लिए होगी महिला शिक्षिकाओं की तैनाती

PATNA : नगर निकाय चुनावों में नकाब के भीतर फर्जीवाड़े का कोई खेल न हो जाए इसके लिए टचुनाव आयोग ने विशेष तैयारी की है। बुरका में आईं महिलाओं की जांच के लिए भी महिलाओं की तैनाती की जाएगी।

ऐसी महिलाओं की पहले पहचान होगी फिर वे मतदान करेंगी। आयोग के सचिव दुर्गेश नंदन ने कहा है कि चुनाव में वोटर की पहचान के बाद ही मतदान कराने की व्यवस्था है। ऐसे में बूथ पर नकाब लगाकर आने वाली महिलाओं को वोट डालने की इजाजत तभी मिलेगी जब परिचय पत्र से उनकी शिनाख्त हो जाएगी।

दरअसल, बूथों पर पर्दानशीनों की आड़ में गलत वोट डालने की भी चाल चली जाती रही है। आयोग ने इससे सबक लिया है। इस बार अल्पसंख्यकों की अधिक तादाद वाले बूथों की सूची बनाई जा रही है। ऐसे प्रत्येक बूथ पर एक-एक महिला कर्मी की तैनाती होगी।

उत्तरप्रदेश में हुआ था बुरका विवाद

नगर निकाय चुनाव में निर्वाचन आयोग की यह तैयारी काफी महत्वपूर्ण है। विधानसभा चुनाव में नेताओं के बीच बुरके में मतदान को लेकर काफी जुबानी जंग चली थी। बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा था कि बुरके में पुरुष भी आकर मतदान करते हैं, जिसके लिए चेकिंग की व्यवस्था हो।