पटना (ब्यूरो)। बिहार सरकार ने राज्य के प्रतिभावान छात्रों के लिए लोन की एक बेहद शानदार स्कीम की शुरुआत कर रख है। योजना का लाभ उन छात्रों को मिलेगा जो पैसों की कमी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते.उनके लिए इस योजना की शुरुआत की गई। लेकिन राज्य के बीएड व दो वर्षीय आइटीआई डिप्लोमा के छात्र डीआरसीसी का चक्कर कांटने को मजबूर है। उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। प?ढ़े रिपोर्ट।

कॉलेजों की लिस्ट जारी नहीं
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत दो वर्षीय आइटीआई डिप्लोमा और बीएड के लिए भी विद्यार्थियों को लोन देने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग ने पारित किया था। लेकिन विभाग की ओर से वेबसाइट पर चयनित कॉलेजों की सूची जार नहीं की गयी है। इस कारण संबंधित विद्यार्थी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन नहीं कर पा रहें हैं।

30 नये पाठ्यक्रमों को योजना से जोड़ा
विभाग की ओर से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के स्नातक व स्नातकोतर स्तरीय 30 नये पाठ्यक्रमों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा गया है। इसमें एमटेक में सात नये कोर्स को जोड़ा गया है। इनमें थर्मल इंजीनियरिंग, मशीन डिजाइन, जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग समेत अन्य कोर्स शामिल है। पांच वर्षीय एमटेक इंटिग्रेडेट में एक नये कोर्स ड्यूअल स्पेशिलाइजेशन का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा गया है।

इंजीनियरिंग के 908 ने दिया आवेदन
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए अप्रैल 2023 से सितंबर 2023 तक छह माह में विभिन्न कॉलेजों के 3254 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है। इनमें से 1692 विद्यार्थियों को लोन दिया गया है। शेष आवेदनों के कागजात की जांच की जा रही है। आवेदन देने वालों में सबसे अधिक 30 प्रतिशत इंजीनियरिंग फील्ड के विद्यार्थी शामिल हैं। इंजीनियरिंग फील्ड के 908 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है। इसके बाद करीब 12 प्रतिशत बीएससी नर्सिंस और जीएनएम के विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है। वहीं, सबसे कम मेडिकल फील्ड से दो प्र्रतिशत विद्यार्थियों ने ही योजना के लाभ के लिए आवेदन दिया है।

अन्य योजनाओं का भी मिल रहा लाभ
कुशल युवा कार्यक्रम के लिए 5410 ओवदन आये हैं। इनमें से 3345 विद्यार्थियों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत 15 से 28 र्वा के मैट्रिक पास युवाओं को तीन माह तक निशुल्क व्यवहार कौशल और कंप्यूटर की बुनियादी शिक्षा दी जाती है। स्वयं सहायता भत्ता योजना के लिए 1315 आवेदन आयो हैं, जिनमें 1208 विद्यार्थियों को लाभ दिया जा रहा है। बेरोजगार युवाओं को स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत एक हजार प्रतिमाह तक दिये जाते हैं।

चार लाख रुपये तक का लोन
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिये 12वीं पास विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से चार लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। वहीं 10वीं पास विद्यार्थियों को आइटीआइ और डिप्लोमा के लिए दो लाख रुपये तक लोन दिया जाता है।

इस योजना का लाभ कौन-कौन ले सकता है?
जो छात्र-छात्राएं पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं, वे इस योजना का लाभ ले सकते हैं। ऋण प्राप्त कर स्नातक करने की अधिकतम उम्र सीमा 25 वर्ष और स्नातकोत्तर करने की अधिकतम उम्र सीमा 30 वर्ष है।