-केंद्र और राज्य सरकार के दफ्तरों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों व बैंकों में सन्नाटा, लोग करते रहे ऑटो का इंतजार

PATNA: बुधवार को ट्रेड यूनियनों की स्ट्राइक से पटनाइट्स परेशान रहे। केंद्रीय कर्मचारी महासंघ, बैंक यूनियन और वामपंथी पार्टियों के आह्वान पर बुधवार को देशव्यापी स्ट्राइक का बिहार में मिला-जुला असर रहा। खासकर बैंकों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों और जीवन बीमा निगम समेत अन्य केंद्र और राज्य सरकार के ऑफिसों में काम-काज प्रभावित रहा। राजधानी पटना में हड़ताल समर्थकों ने सुबह साढ़े आठ-नौ बजे से ही जुलूस निकाला और केंद्र सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताते हुए नारे लगाये। डाकबंगला चौराहा, पटना जंक्शन और कारगिल चौक, मीठापुर बस स्टैंड में बंद समर्थकों के प्रदर्शन से लोगों को परेशानी हुई। जबकि राजेंद्र नगर टर्मिनल पर बंद समर्थकों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया जिसे पुलिस ने खदेड़ दिया। इस बीच बंद समर्थकों और पुलिस बलों के बीच नोंकझोक भी हुई। पुलिस ने दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को अरेस्ट किया।

सीटू के महासचिव गणेश शंकर सिंह, एक्टू के महासचिव आरएन ठाकुर, एआइटीयूसी के सचिव सूर्यकर, जितेन्द्र, यूटीयूसी के विजेंद्र महतो और इंटक के राज्य अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह के नेतृत्व में पटना के अलग-अलग मार्गो पर जुलूस निकाला गया। यह जुलूस डाकबंगला चौराहा पर समाप्त हुआ।

सरकार के खिलाफ नारेबाजी

माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार और एटक के उपमहासचिव गजनफर नवाब ने स्ट्राइक को सफल बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार की किसान-मजदूर, छात्र-नौजवान और कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ के साथ-साथ नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी तथा एनपीआर के मुद्दे को लेकर देशव्यापी आम हड़ताल सफल रहा। बस पड़ावों, आटो स्टैंड समेत अन्य यातायात के स्थलों पर बंद का असर रहा। इसमें बिहार सरकार के कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। भाकपा के राज्यसचिव सत्यनारायण सिंह ने आम हड़ताल को सफल बताया।