- गश्ती दल का जनता से लिया जाएगा फीडबैक

- गश्ती में सुस्ती की लगातार मिल रही शिकायत के बाद विभाग की योजना

- रात 11 बजे से सुबह चार बजे तक सख्त हो पहरा

PATNA :

क्राइम कंट्रोल में गश्ती दल की घोर लापरवाही सामने आ रही है। समीक्षा के दौरान थानाध्यक्षों से पूछा जाता है तो वे यही कहते हैं कि पूरी मुस्तैदी के साथ पुलिस गश्त कर रही है। बावजूद इसके वारदात दर वारदातें हो रही हैं। अब गश्ती दलों पर नजर रखने के लिए पुलिस विभाग योजना बना रही है। आईजी ने निर्णय लिया है कि गश्ती दल की मुस्तैदी का फीडबैक स्थानीय लोगों से लिया जाएगा। अगर लोगों ने यह कह दिया कि गश्ती के नाम पर महज औपचारिकता पूरी हो रही है तो गश्ती दल के साथ ही थानाध्यक्ष के विरुद्ध भी एक्शन लिया जाएगा। आईजी पटना रेंज संजय सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि क्राइम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कितनी बार बजता है साइरन

गश्ती दल एक कॉलोनी या गली में कितनी बार जाती है। सायरन की आवाज सुनाई पड़ती है या नहीं। कितने बजे तक गश्ती दल मूवमेंट में रहता है, का फीडबैक क्षेत्रीय लोगों से लिया जाएगा।

अधिकारी भी देंगे रिपोर्ट

ऐसा नहीं कि केवल जनता के ऊपर ही गश्ती दल की रिपोर्ट निर्भर करेगी। इसके साथ ही थानाध्यक्ष के अलावा सीओ रैंक के अधिकारी भी औचक निरीक्षण करेंगे कि गश्ती दल सो रहा है या फिर गश्त कर रहा है।

तीन तरह से किया जा रहा है गश्त

तीन तरह से गश्त किया जा रहा है। साइकिल, बाइक और जीप से गश्त की जा रही है। बावजूद इसके घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

रहें ज्यादा सक्रिय

पुलिस के आला अधिकारियों का मानना है कि 11-12 बजे तक लोग जागते रहते हैं। इसके बाद सो जाते हैं। बदमाश इसी बीच में एक से चार बजे के बीच वारदातों को अंजाम देते हैं। आईजी ने निर्देश दिए हैं कि रात 11 बजे से सुबह चार बजे तक गश्ती दल विशेष सतर्क रहें। संदिग्धों को रोक कर पूछताछ करें। देर रात आने जाने वालों से पूछताछ की जाए। लेकिन इसकी आड़ में किसी को परेशान न किया जाए।

नहीं संभल रहा तो छोड़ दें चार्ज

यूं तो जिले भर में लूट हत्या, चोरी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन छह माह के अंदर जितनी चोरी राजीव नगर थाना क्षेत्र में हुई हैं, उतनी चोरी जिले के किसी अन्य थाना क्षेत्र में नहीं हुई है। इसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जिन दारोगा से थाना नहीं संभल रहा है वे चार्ज छोड़ दें, नहीं तो छींन लिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर खुलेआम फायरिंग और दबंई हो रही है। पुलिस का लोगों के अंदर से भय निकल गया है। इसके पीछे उन्होंने किसी ओर को दोषी नहीं माना है, बल्कि खुद पुलिस को ही दोषी माना है। शुक्रवार दोपहर पाटलीपुत्रा थाना क्षेत्र में पीएंडएम मॉल के पास शराब का बिक्री का विरोध करने पर दबंगों ने बबाल काटा था। एक आदमी का सिर फोड़ दिया था। यही नहीं तीन राउंड फायरिंग भी की गई। लोगों का कहना है कि अगर गश्ती दल सक्रिय रहती तो ऐसी घटना नहीं होती।